एक युवा महिला वकील ने आरोप लगाया है कि हाल ही में रिटायर में हुए सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने पिछले साल दिसंबर में उनका यौन उत्पीड़न किया था। नैशनल यूनिवर्सिटी ऑफ जूर्डिशल साइंसेज, कोलकाता से ग्रैजुएशन करने वाली महिला वकील उस जज के साथ बतौर इंटर्न काम कर रही थीं।
वकील ने 'जर्नल ऑइ इंडियन लॉ ऐंड सोसाइटी' के लिए लिखे ब्लॉग में पहले यह सनसनीखेज आरोप लगाया और फिर 'लीगली इंडिया' को दिए इंटरव्यू में इस आरोप को दोहराया। वकील ने कहा कि जब पूरा देश निर्भया गैंग रेप कांड को लेकर उबल रहा था उस दौरान मेरे दादा की उम्र के जज ने एक होटेल के कमरे में मेरा उत्पीड़न किया।
उन्होंने कहा, 'पहले मैंने कायराना फैसला किया कि अपने उत्पीड़क के खिलाफ कानूनी लड़ाई नहीं लड़ूंगी लेकिन बाद में मुझे लगा कि यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि दूसरी लड़कियों को इस तरह की परिस्थिति का सामना न करना पड़े।' वकील ने कहा कि अब तक वह जज की हैसियत की वजह से चुप रहीं। इसके अलावा वह उनके कृत्य से अवाक रह गई थीं और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि कैसे गुस्से को आवाज दी जाए।
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'लीगली इंडिया' के साथ इंटरव्यू में महिला वकील ने कहा, 'मैंने उसी जज के द्वारा तीन और यौन उत्पीड़न के मामलों के बारे में सुना है। इसके अलावा मैं चार और ऐसी लड़कियों को जानती हूं जिनका दूसरे जजों ने उत्पीड़न किया। लेकिन ये मामले उतने संगीन नहीं थे। इनमें से ज्यादातर मामले जजों के चैंबर में हुए और उस समय कोई न कोई वहां मौजूद था, इसलिए ये उस स्तर तक नहीं गए। एक लड़की को मैं जानती हूं जिसका लगातार यौन उत्पीड़न हुआ और बाद में इसकी वजह से उसे काम में भी काफी समस्या हुई।'