जीएसटी पूरे भारत में लागू हो रहा है। केन्द्र सरकार के मंत्री वेंकैया नायडू ने इस टैक्स सिस्टम को आजादी के बाद का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार बताया है। लेकिन लोगों के दिमाग में इस जीएसटी को लेकर आज भी उलझन है। किसी को जीएसटी का फुलफॉर्म नहीं पता, तो कई लोगों को इस टैक्स के नियमों की जानकारी नहीं है। उहापोह की स्थित में सोशल मीडिया में जीएसटी पर लगातार कमेंट किया जा रहा है। वैसे हम आपको पहले बता दें कि GST का फुलफॉर्म गुड्स एंड सर्विस टैक्स है। इसे हिन्दी में वस्तु एवं सेवा कर कहते हैं। लेकिन आप ये जानकर हैरान हो सकते हैं कि कई राज्यों के मंत्रियों को भी GST का फुलफॉर्म तक पता नहीं है। उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री महाराजगंज में लोगों को जीएसटी का फायदा बताने गये थे लेकिन जब उनसे इसका पूरा नाम पूछा गया तो वे नहीं बता पाये।
ट्विटर पर आज GST के विरोधियों ने इसका नया फुलफॉर्म दे दिया है। ट्विटर पर इसे ग्रेट स्टूपिड टैक्स कहा जा रहा है। ट्विटर पर Great Stupid Tax ट्रेंड कर रहा है। कांग्रेस समर्थक तहसीन पूनावाला ने लिआ है कि इस ग्रेट स्टूपिड टैक्स के जरिये इनकम टैक्स ऑफिसर देश को पुलिस राज में बदल देंगे, इससे काले धन में इजाफा होगा, और महंगाई भी बढ़ेगी। आशीष नाम के यूजर लिखते हैं कि जीएसटी एक देश एक टैक्स के फंडे पर काम कर रहा था लेकिन जीएसटी की आड में कई टैक्स और सेस लिये जा रहे हैं दरअसल ये ग्रेट स्टूपिड टैक्स है। एक यूजर ने लिखा है कि अगर कहा जाए तो ये ग्रेट स्टूपिड टैक्स लोगों को लूटने का एक और तरीका है।सोशल मीडिया में भी कई लोग इसे महज केन्द्र सरकार का शिगूफा बता रहे हैं। जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला राशिद ने केन्द्र GST पर तंज कसा है और कहा है कि जीएसटी का मतलब गौ सुरक्षा टैक्स है।