Friday, November 22, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया सेइस खबर पर शर्म करें कि सिर धुनेंः पाक मूल के गायक...

इस खबर पर शर्म करें कि सिर धुनेंः पाक मूल के गायक अदनान सामी बने भारत भवन के ट्रस्टी

भोपाल. दैनिक भास्कर ने खबर दी है कि पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी और गायक केजे येसुदास को भोपाल स्थित भारत भवन का ट्रस्टी बनाया गया है। दोनों गायकों के नियुक्ति आदेश बुधवार को केंद्र सरकार ने जारी कर मध्यप्रदेश सरकार को सूचना भेज दी है। अदनान को पिछले साल ही भारत की नागरिकता मिली है। वे सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए बयान को लेकर चर्चा में आए थे।

उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पीएमओ इंडिया और भारतीय सेना को बधाई दी थी। सामी ने अपने ट्वीट में लिखा था, आतंकवादियों के खिलाफ शानदार, सफल और सूझबूझ भरे आक्रमण के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय और हमारी वीर सशस्त्र सेना को बहुत बड़ी बधाई और सलाम। इस ट्वीट पर पाकिस्तान में उनकी जबरदस्त आलोचना हुई थी। इसी तरह पिछले साल पद्म भूषण से सम्मानित हुए जाने माने गायक येसुदास को केरल की वाम गठबंधन सरकार ने अपने महत्वाकांक्षी ‘हरित केरलम’ प्रॉजेक्ट का ब्रांड एंबैसडर बनाया था।

संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि भारत भवन में मप्र सरकार छह और केंद्र सरकार दो ट्रस्टी नामांकित करती हैं। राज्य सरकार हर बार दो ट्रस्टियों के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजती है, लेकिन पिछले 20 साल में दूसरी बार अपने प्रतिनिधियों को ट्रस्टी बनाया है। इससे पहले केंद्र सरकार ने 1996 में विख्यात चित्रकार एमएफ हुसैन सहित दो सख्शियतों को भारत भवन का ट्रस्टी बनाया था। इधर, पिछले माह राज्य सरकार ने भारत भवन में विभिन्न कला अनुशासनों के छह ख्याति प्राप्त व्यक्तियों डॉ. चन्द्र प्रकाश द्विवेदी, पद्मा सुब्रह्मण्यम, उमाकांत बुंदेचा, किरण देशपांडे, वासुदेव कामत तथा कपिल तिवारी।को ट्रस्ट के सदस्य नियुक्त किया है।

गौरतलब है कि पंडित जसराज, हेमामालिनी, पंडित गोकुलोत्सव महाराज, अमृतलाल वेगड़, प्रभाकर श्रोती, राज दत्ता, रमेश पतंगे, मुकंद लाठ, अजीत आप्टे भारत भवन के ट्रस्टी रहे हैं। ट्रस्ट में विभिन्न विधाओं के सदस्य होते हैं जो यहां के लिए योजना बनाते हैं।

ये भी पढ़िये –कौन है अदनान सामी http://hindimedia.in/indian-forces-kill-son-adnan-sami-citizen-of-india-to-the-military/

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार