ढाई बीघा खेती के जरिए सब्जी बेचकर परिवार चलाने वाले स्वामी नाथ वर्मा की खेती इस बार बारिश के कारण बेकार हो गई। फिर भी स्वामी ने बेटे सर्वेश की लगन के कारण उसकी पढ़ाई का बंदोबस्त कर्ज लेकर किया। रविवार को जब हाईस्कूल का रिजल्ट आया तो स्वामी के बेटे ने जिले में ही नहीं पूरे सूबे में टॉप कर उनका नाम रोशन किया। बोर्ड में 96.83 प्रतिशत अंक पाने वाले सर्वेश की कहानी भले ही फिल्मी लगती हो, लेकिन यह सफलता उसकी जी-तोड़ मेहनत का नतीजा है। सर्वेश जहां रोज 10 किमी पैदल चलकर स्कूल जाता था तो रात में लालटेन में भी उसने पढ़ाई की है। सर्वेश के मुताबिक जब उसने पिता को टॉप करने की बात बताई तो उनका गला भर आया।
आईएएस बनना है सपना : बस्ती की जीएसए अकैडमी से पढ़ने वाले सर्वेश ने बताया कि वह भविष्य में आईएएस बनना चाहता है, ताकि उसके पिता को काम न करना पड़े। उसने बताया कि स्कूल में पढ़ाई गई चीजों को घर पर आकर रिवाइज करना और नई चीजों को ज्यादा से ज्यादा पढ़ने की कोशिश करना ही उसकी सफलता का मंत्र है। स्कूल के प्रिंसिपल सुभाष त्रिपाठी ने बताया कि क्लास में सर्वेश पर शिक्षकों ने भी काफी मेहनत की।
क्विज में जीते टैबलेट से चलता है इंटरनेट: सर्वेश ने बताया कि हमारी आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि हम लैपटॉप या कंप्यूटर खरीद सकें। ऐसे में एक क्विज सहारा बनी, जिसका प्राइज टैबलेट था। उसने इस क्विज के लिए खूब मेहनत की और क्विज के साथ टैबलेट भी जीत लिया।
साभार -नवभारत टाईम्स से