16 अगस्त 2017 मॉस्को के मैक्सिमा सभागार में विश्व मैत्री मंच द्वारा आयोजित भारत और मॉस्को के रचनाकारों का साहित्यिक सम्मेलन विभिन्न सत्रों में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के आरंभ में संस्था की अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव ने अपने स्वागत भाषण में सभी का स्वागत करते हुए संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।विशिष्ट अतिथि के रुप में पधारे दिशा फाउंडेशन मॉस्को के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर सिंह, डॉ सुशील आज़ाद एवं डॉ विनायक के कर कमलों द्वारा सम्मेलन का उद्घाटन हुआ। इस सत्र की मुख्य अतिथि डॉ माधुरी छेड़ा , अध्यक्ष आचार्य भगवत दुबे एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा डॉ विद्या चिटको, डॉ रोचना भारती, डॉ प्रमिला वर्मा, संतोष श्रीवास्तव एवं कमलेश बख्शी की पुस्तकों का विमोचन हुआ ।
प्रमिला शर्मा, प्रभा शर्मा तथा अनुपमा यादव के कुशल अभिनय की एकांकी नाट्य प्रस्तुति तथा विनायक जी के द्वारा गाई अहमद फराज की गजल ने समा बांध दिया ।
आगरा से आई डॉ प्रीति अग्रवाल की एकल चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन विशिष्ट अतिथियों के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ। सम्मेलन में हिंदी साहित्य और पर्यटन विषय पर विषय प्रवर्तक डॉ विद्या चिटको , डॉ रोचना भारती, रघुवीर सिंह दहिया और डॉ राजकुमार सुमित्र ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
सभी प्रतिभागियों को कमलेश बख्शी और डॉ प्रमिला वर्मा के कर कमलों द्वारा स्मृति चिन्ह अंगवस्त्र एवं मोतियों की माला प्रदान की गई।
संचालक द्वय संतोष श्रीवास्तव, डॉ भावना शुक्ल ने समारोह को अपने कुशल संचालन से जीवंतता प्रदान करते हुए सभी के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर भारत से मॉस्को पधारे डॉ प्रदीप अग्रवाल, शारदा गायकवाड, जगदीश छेडा, वसंत शाह अर्पणा शर्मा, माला गुप्ता, इंदु तिवारी, डॉ शर्मिला बक्शी, डॉ बीना खूबचंदानी, डॉ विजय लक्ष्मी शर्मा,कलावती शर्मा की विशेष उपस्थिति रही। यह सम्मेलन भारत मॉस्को वैश्विक साहित्य की दिशा में एक नई पहल के रूप में दर्ज किया गया।