अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले टेलिकॉम ऑपरेटर ‘रिलायंस कम्युनिकेशंस’ का ‘डायरेक्ट टू होम’ (DTH) बिजनेस ‘रिलायंस डिजिटल टीवी’ 18 नवंबर से बंद होने जा रहा है।
मीडिया में आ रहीं रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने बताया है कि उसके डीटीएच लाइसेंस की अवधि समाप्त हो रही है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है। कंपनी ने अपने सबस्क्राइबर्स से दूसरा विकल्प तलाशने की अपील की है, ताकि वे अपने पसंदीदा चैनलों को देख सकें।
बताया जाता है कि कंपनी तीन अन्य डीटीएच प्लेयर्स से बातचीत कर रही है ताकि उसके सबस्क्राइबर्स को इन पर शिफ्ट किया जा सके। कंपनी की ओर से जल्द ही इस बारे में घोषणा की जाएगी।
देश में इस समय छह बड़ी डीटीएच फर्म काम कर रही हैं। इनमें जी ग्रुप के स्वामित्व वाली ‘Dish TV India Ltd’, ‘रिलायंस डिजिटल लिमिटेड’, ‘टाटा स्काई लिमिटेड’, ‘विडियोकॉन डीटूएच लिमिटेड’, ‘सन डायरेक्ट टीवी प्राइवेट लिमिटेड’ और ‘भारती टेलिमीडिया लिमिटेड’ शामिल हैं।
इनके अलावा, सरकारी ब्रॉडकास्टर ‘दूरदर्शन’ का भी ‘डीडी फ्री डिश’ के नाम से डीटीएच प्लेटफॉर्म है। ‘टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया’ (TRAI) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, जून 2017 तक ‘रिलायंस डिजिटल टीवी’ का मार्केट शेयर सिर्फ दो प्रतिशत था और यह काफी छोटा प्लेयर है। वहीं, 24 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ ‘डिश टीवी’ नंबर वन बना हुआ है। इसके बाद टाटा स्काई (23 प्रतिशत मार्केट शेयर) का नंबर है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि रिलायंस पर काफी कर्जा हो गया है और वह अपने इस घाटे के बिजनेस से छुटकारा पाना चाहता है। हालांकि इसने ‘सन डायरेक्ट’ में विलय करने का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हो सका।