दिल्ली पुलिस ने सैटेलाइट टीवी सिग्नल (satellite TV signals) की पायरेसी में लिप्त गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के सरगना मोहम्मद आसिफ सिद्दीकी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से डाटा की चोरी में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न उपकरण भी बरामद किए हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इस मामले में ज़ी एंटरटेनमेंट ने एक एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने आरंभिक छानबीन के बाद लखनऊ के कल्यानपुर क्षेत्र में छापा मारा। पुलिस को मौके से अवैध रूप से टैपिंग होती मिली। इसके अलावा प्रमुख भारतीय टेलिविजन चैनलों जैसे- ज़ी टीवी, स्टार प्लस, कलर्स, सोनी टीवी चैनलों के कार्यक्रमों का लाइव कंटेंट यहां से पायरेटेड वेबसाइट पर अवैध रूप से अपलोड किया जा रहा था।
छापे के दौरान दो दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया। ये कर्मचारी 50 से ज्यादा डीटीएच और केबल टीवी सेट टॉप बाक्स ) का इस्तेमाल कर पे चैनलों (Pay Channels) से लाइव फीड की चोरी कर रहे थे। इस काम में लिप्त कर्मचारी टीवी फीड से वाटरमार्क हटाकर उसे अपनी वेबसाइट जैसे- www.Desitvforum.net आदि पर अपलोड कर रहे थे। इन वेबसाइट को विदेशों में लाखों दर्शक देखते हैं, जिससे इस धंधे में लिप्त लोग मोटा मुनाफा कमा रहे थे और ब्रॉडकास्टर्स को काफी नुकसान हो रहा था। इसके अलावा ये विदेशी मुद्रा अधिनियम के नियमों का उल्लंघन भी कर रहे थे।
यह पहला मामला है जब भारत में इंटरनेट पायरेट गिरोह रंगे हाथों पकड़ा गया है। वैसे- इस धंधे में लिप्त लोगों की तलाश करना और उन्हें पकड़ा काफी मुश्किल था। पुलिस टीम को भी एक साल की लंबी जांच के बाद और ज़ी टीवी की आईटी सुरक्षा टीम द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों के बाद इसमें सफलता मिली है।