एयरलाइन कंपनियां यात्रियों की फ्लाइट जानबूझ कर छुड़वा देती हैं। यही नहीं त्यौहारों, छुट्टियों और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान वे उनसे हवाई सफर के लिए मनमाने दाम वसूलती हैं। एयरलाइन कंपनियां ये तरीके अपने मुनाफे को बढ़ाने के लिए अपनाती हैं। ऐसी ही एयरलाइन कंपनियों में से एक नाम सामने आया है, जो इंडिगो एयरलाइन का है। ये बातें हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि संसदीय कमेटी की रिपोर्ट बयान करती है। रिपोर्ट न केवल खुल कर एयलाइन सेक्टर में यात्रियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार का मसला उठाती है, बल्कि उसी के साथ चौंकाने वाले खुलासे भी करती है। गुरुवार को राज्यसभा में संसद की स्टैंडिंग कमेंटी ने एयरलाइन में यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं से जुड़ी हुई एक रिपोर्ट पेश की। संसदीय कमेटी ने इसमें एयलाइन कंपनियों द्वारा यात्रियों से त्यौहारों, छुट्टियों, प्राकृतिक आपदाओं और राजनीतिक/सामाजिक तनाव के दौरान हवाई सफर के लिए मनमाफिक कीमतें वसूलने की बात का जिक्र था।
कमेटी ने इसी के साथ यात्रियों के साथ एयरलाइन स्टाफ के दुर्व्यवहार का मसला भी इसके जरिए उठाया। कमेटी के सदस्यों ने एयलाइन स्टाफ के दुर्व्यवहार की घटनाओं के बारे में बताते हुए (खासकर इंडिगो) ने माना कि एयरलाइन स्टाफ का रवैया अधिकतर मौकों पर बेहद असभ्य पाया गया। कमेटी ने यह भी पाया कि कुछ निजी एयरलाइन कंपनियां चेकइन काउंटर्स पर लंबी लाइनें लगवाती हैं, ताकि यात्रियों की फ्लाइट छूट जाए। ऐसे में उन्हें दोबारा महंगे दामों पर आगे की फ्लाइट का टिकट लेना पड़ता है, जिससे सीधे तौर पर कंपनी को फायदा होता है।
बता दें कि बीते साल नवंबर में एयलाइन स्टाफ के दुर्व्यवहार का मामला सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए सामने आया था। वीडियो क्लिप में इंडिगो एयरलाइन के दो कर्मचारी एक यात्री से हाथापाई करते पाए गए थे। घटना के दौरान एयरलाइन स्टाफ उस यात्री को पकड़े था। जबकि, वे दोनों कर्मचारी उसे इस दौरान पीट रहे और गालियां दे रहे थे।