उज्जैन. एयर रायफल शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी और कोच अक्षय सिंह के पिता ने 19 साल पहले पत्नी गायत्री तोमर को छाेड़ चले गए थे। उज्जैन के अलखधाम कॉलोनी में रहने वाले अक्षय तब 7 साल के थे। पर गायत्री ने मेहनत कर बेटे को नेशनल खिलाड़ी बना दिया। अक्षय यह तो नहीं जानते कि उनके पिता अब कहा है लेकिन उन्होंने उनके नाम एक खत लिखा है, ताकि मां के अपमान का जवाब दे सकें।
एयर रायफल शूटिंग के खिलाड़ी अक्षय ने खत में लिखा-मां मुझसे छुपकर रोती थी और मैं माँ से…
पिताजी, देखिए… मैं रायफल शूटिंग का नेशनल कोच बन गया हूं। मेरे सिखाए खिलाड़ी स्टेट और नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत रहे हैं। मैं खुद भी 50 मीटर एयर रायफल का स्टेट चैंपियन आैर नेशनल खिलाड़ी भी हूं। मेरी खुद की एकेडमी है। आपने अपने स्वार्थ के लिए जब मेरी मां को छोड़कर किसी और के साथ रहने का निर्णय लिया, उस समय मैं 7 साल का था। आपने आखिरी बार घर से निकलते वक्त मां से कहा था- बेटे को क्या पहचान दोगी, खुद अपनी पहचान खो दोगी। मां ने खुद की पहचान बरकरार रखी और मुझे भी पहचान दी। एक बार मैं बीमार हुआ, मुझे टाइफाइड था। मां पूरी रात जागती थी। रात को डर और घबराहट से जब भी मेरी नींद खुलती, मां मुझे संभाल लेती। थोड़ा बड़ा हुआ तो मां मुझसे छुपकर रोती और मैं मां से छुपकर रोता था। वही मुझे स्कूल छोड़ती और नौकरी भी करती। मुझे मां ने कर्ज लेकर रायफल दिलाई। आज मेरे पास 6 लाख रुपए के प्रोफेशनल वैपन्स हैं। जल्द ही प्रदेश की इंटरनेशनल स्तर की रायफल एकेडमी की शुरुआत करूंगा।
साभार-https://www.bhaskar.com से