पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता ने ‘नमन नर्मदा’ नाम से अंग्रेजी में एक किताब लिखी है। 105 पेज की इस किताब में 1312 किलोमीटर लंबी नदी के 80 रंगीन फोटोग्राफ भी हैं, जिनमें से कई तो दुर्लभ किस्म के हैं। उनकी किताब शुभी पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित की गई है।
सड़क एवं परिवतन मंत्री नितिन गडकरी ने परिवहन भवन में इसका विमोचन किया। इस मौके पर गडकरी ने कहा कि संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ऐसी पुस्तकें बेहद जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री ने सरदार सरोवर प्रोजेक्ट का लोकार्पणकिया थो तो इस विभाग का मंत्री मैं था। इस कारण मैंने भी नर्मदा पर काफी अध्यनय किया है। साढ़े 4 करोड़ लोग जो फ्लोरीडयुक्त पानी पी रहे थे, उन्हें अब शुद्ध पानी मिल रहा है। ऐसे में ये रिसर्च का विषय भी है। उन्होंने कहा कि आलोक मेहता एक अध्ययनशील पत्रकार है, ऐसे में उन्होंने सिर्फ पुस्तक लिखने के लिए ये नहीं लिखी है, इसके पीछे उनका एक बड़ा मकसद भी होगा।
कार्यक्रम में मौजूद और नर्मदा की परिक्रमा कर चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता और दमोह के सांसद प्रह्लाद पटेल ने कहा, ‘इस किताब से लोगों को नर्मदा संस्कृति जानने-समझने में आसानी होगी।’ उन्होंने कहा कि नर्मदा को देखने की सबकी अपनी-अपनी दृष्टि हो सकती है। पर मैं ये दावे के साथ कह सकता हूं कि कोई व्यक्ति जिसे नर्मदा के प्रति श्रृद्धा नहीं है, अगर वे भी इसके किनारे सात दिन तक बैठेगा, तो भी अपने को बोर महसूस नहीं करेगा।
वहीं, आलोक मेहता ने कहा कि यह पुस्तक अंग्रेजी में इसलिए लिखी गई है ताकि गैर हिन्दी व विदेशी लोग मां नर्मदा के बारे में विस्तार से जान सकें। आलोक मेहता का कहना था कि यह नदी हमेशा से उनके लिए प्रेरणास्रोत रही है, क्योंकि यह उनके गृहराज्य मध्य प्रदेश से निकलती है और गुजरात तक जाती है। ऐसे में यह दोनों राज्यों के लोगों के लिए लाइफलाइन का काम करती है। उन्होंने कहा कि इस नदी की खास बात यह है कि यह पहाड़ों से पिघलने वाली बर्फ से शुरू नहीं होती है। अधिकांश नदिया पूर्व की ओर बहती हैं लेकिन यह पश्चिम दिशा की ओर बहती है। इस मौके पर हिन्दी की वरिष्ठ पत्रकार मानसी और किताब के पब्लिशर संजय आर्य भी मौजूद थे।
आलोक मेहता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी यह किताब भेंट की और इस किताब को लिखने के दौरान हुए अनुभवों से उन्हें अवगत कराया। आलोक मेहता की इस किताब की प्रधानमंत्री ने काफी तारीफ की है। प्रधानमंत्री का कहना था कि नर्मदा नदी का इतिहास काफी पुराना है और लाखों लोगों के लिए यह काफी महत्व रखती है। उन्होंने यह भी इच्छा जताई कि लोगों को नर्मदा के बारे में अध्ययन जरूर करना चाहिए।
इस मौके पर भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, बिजनेस वर्ल्ड समूह के चेयरमैन अनुराग बत्रा, वरिष्ठ पत्रकार अच्युतानंद, टीवी मीडिया का मशहूर चेहरा अभिज्ञान प्रकाश, दैनिक भास्कर के दिल्ली संस्करण के संपादक आनंद पांडे, अमर उजाला के सलाहाकार संपादक विनोद अग्निहोत्री, एनडीटीवी इंडिया के पॉलिटिकल एडिटर अखिलेश शर्मा, रासबिहारी, मानसी, राजेश सिरोठिया, कुमार पंकज, सुमन कुमार समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
साभार- samachar4media.com/ से
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