Sunday, November 24, 2024
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डॉ. रमन सिंह द्वारा शोध पत्रिका ‘मेधा’ के 22वें अंक का का विमोचन

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने निवास कार्यालय में संस्कृत शोध पत्रिका ‘मेधा’ के 22वें अंक का विमोचन किया। इसका प्रकाशन शासकीय दूधाधारी श्रीराजेश्री महन्त वैष्णवदास स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय द्वारा किया गया है। उल्लेखनीय है कि यह महाविद्यालय संस्कृत भाषा का प्रमुख शोध केन्द्र भी है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम् के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गणेश कौशिक, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. श्रीमती राधा पाण्डेय, उच्च शिक्षा विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. किरण गजपाल, शोध पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ. सत्येन्दु शर्मा, संपादक डॉ. राघवेन्द्र शर्मा और अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजीव तिवारी इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने शोध पत्रिका के प्रकाशन पर सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस पत्रिका में संस्कृत, हिन्दी और अंग्रेजी भाषाओं में वेद, ज्योतिष, व्याकरण, दर्शन और साहित्य जैसे विषयों पर शोध पत्र प्रकाशित किए गए हैं।

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. श्रीमती राधा पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्ष 1964 से महाविद्यालय द्वारा संस्कृत शोध पत्रिका का प्रकाशन किया जा रहा है, जिसने संस्कृत शोध जगत में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने में सफलता पायी है। इस पत्रिका को रेफर्ड नेशनल संस्कृत जर्नल का स्वरूप प्रदान किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि महाविद्यालय द्वारा बी.ए.क्लासिक्स, एम.ए.क्लासिक्स और एम.ए. संस्कृत पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। वर्तमान में महाविद्यालय में 150 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। महाविद्यालय का पुस्तकालय शोध की दृष्टि से काफी समृद्ध है। यहां कई पाण्डुलिपियां और जर्मन विद्वान मैक्समूलर द्वारा वेदों पर लिखी गई पुस्तकें भी शोध कार्य के लिए उपलब्ध हैं। वर्ष 1955 में स्थापित यह महाविद्यालय पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबंद्ध है। मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय की निरंतर प्रगति के लिए शुभकामनाएं दीं। महाविद्यालय की प्राचार्य और शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को वनौषधि चिरायता का पौधा भेंट किया।

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