पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ वार्ता ने भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की ओर चल रही हवा का रुख भांपते हुए कहा है कि अब दोनों देशों के बीच ठोस बातचीत नई सरकार से ही होगी। वाजपेयी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि अपने पूर्व प्रधानमंत्री से सीख लेकर आने वाली भारत की नई सरकार को वार्ता का रास्ता साफ करना चाहिए।
शरीफ के मुताबिक दोनों देशों को वार्ता की मेज पर आकर कश्मीर समेत सभी विवादित मुद्दे हल करने चाहिए। शरीफ ने पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को सही मायने में राजनेता बताया और कहा कि भारत में 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद आने वाली नई सरकार के साथ ही बातचीत संभव हो सकेगी। उन्होंने 1999 में दोनों देशों के मजबूत रिश्तों के लिए जो नींव डाली थी, हमें उस पर ही आगे बढ़ना चाहिए।
गौरतलब है कि इससे पहले पाक प्रधानमंत्री के विदेश नीति सलाहकार सरताज अजीज ने भी कहा था कि हमें नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने में कोई परहेज नहीं है।
शरीफ ने कहा कि वाजपेयी साहब ने एक साल में सभी मुद्दों के निपटारे का एजेंडा बनाया था। उन्होंने कहा कि भारत में आम चुनाव के माहौल के बीच बहुत कुछ पाकिस्तान के खिलाफ बोला जा रहा है। लेनिक हमें इन चीजों से परे होकर सोचना चाहिए। उन्होंने मनमोहन सिंह के साथ हुई मुलाकात को सद्भावनापूर्ण बताया। भारत से दोस्ताना संबंध हमारी पार्टी पीएमएल-एन का एजेंडा है। हाल ही में एलओसी पर हुआ युद्धविराम उल्लंघन न तो इस्लामाबाद न ही नई दिल्ली के हित में है।
नवाज के अनुसार हम अपने चुनाव में जनता के पास भारत से बेहतर संबंध का मुद्दा लेकर गए थे। उन्होंने हमें सत्ता सौंपी। अब जनता की चाहत यही है कि दोनों देश बेहतर संबंध बनाएं। हमें अच्छे पड़ोसियों की तरह रहना चाहिए।