विवेक सोनी/शिवनंदन छीपा
नीमच/रतनगढ़. बरेखन में एक करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक गोशाला बन रही है। गायों को गर्मी न लगे इसलिए इस दो मंजिली गोशाला में पंखे लगेंगे। बिजली जाने पर जनरेटर का उपयोग होगा और लाउडस्पीकर पर भजन गूंजेंगे।
राष्ट्रीय संत पं. कमलकिशोर नागर ने 1999 में बरेखन में गोशाला की आधारशिला रखी थी। करीब 700 गायों के लिए सर्वसुविधायुक्त गोशाला बनाने के लिए जनसहयोग लिया। अब यहां डेढ़ हेक्टेयर जमीन पर गोशाला बन रही है। यहां गायें अलग-अलग बांधी जाएंगी और घास-पानी की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। 350 गायें नीचे व इतनी ही ऊपर की मंजिल पर रहेंगे। गायों को तल से पहली मंजिल पर ले जाने के लिए स्लैब वाला रास्ता बनाया है। हर गाय के लिए पंखा लगाया जाएगा। बिजली गुल होने पर गोशाला में हैवी जेनरेटर से सप्लाई होगी।
दोनों मंजिलों पर लाउडस्पीकर लगेंगे जिन पर सुबह-शाम प्रवचन व भजन गूंजेंगे। गोशाला समिति सदस्य जगदीश व्यास ने बताया गोशाला में गोमूत्र-गोबर आसानी से साफ हो सके इसलिए टाइल्स लगाई जाएंगी। वर्तमान में यहां 525 गाये हैं और 9 ग्वाले उनकी सेवा कर रहे हैं। भविष्य में एसी लगाने पर भी विचार चल रहा है।
अध्यक्ष वृषभ, कोषाध्यक्ष गोमाता
बरेखन की गोशाला में भगवान गोपालकृष्ण संरक्षक व गो भक्त को सदस्य हैं। गोशाला समिति अध्यक्ष वृषभ व कोषाध्यक्ष गो माता हैं। सचिव बछड़े को बनाया है।
मंदिर व सदवाक्य भी
गाेशाला में गोपालकृष्ण का आकर्षक मंदिर है। यहां रोज पूजा-अर्चना होती है। श्रद्धालु भजन गाते हैं। परिसर की दीवारों पर चारों ओर सदवाक्य लिखे हैं जिनमें गो रक्षा का आह्वान किया है। छायादार पेड़ भी हैं।
साभार- दैनिक भास्कर से