अगरतला। त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के हिंदू स्वत: विनाश की प्रक्रिया में हैं और आने वाले 50 वर्षों में वे राज्य में अल्पसंख्यक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि 50 साल बाद यह राज्य ‘मुस्लिम बंगाल’ में तब्दील हो जाएगा और तब यहां कुछ ही हिंदू बचेंगे और उन्हें पारसियों की तरह देश के अन्य हिस्सों में जीवन बिताना पड़ेगा।
रॉय ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, ‘बंगाली हिंदू निश्चित रूप से स्वत: विनाश की प्रक्रिया में हैं। ऐसा आने वाले करीब 50 वर्षों में हो जाएगा। उस समय बंगाली हिंदू पारसियों की तरह से मात्र कुछ हजार बचेंगे और उस समय के मुस्लिम बंगाल से बाहर पूरे भारत में बिखरे होंगे जैसे पारसी मुस्लिम ईरान से बाहर हैं। सौभाग्य से उस समय मैं यह सब देखने के लिए जिंदा नहीं रहूंगा।’
बता दें, राज्यपाल रॉय पहले भी इस तरह के बयान दे चुके हैं। कुछ समय पहले रॉय ने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 10/1/1946 को लिखा था कि हिंदू-मुस्लिम समस्या का अंत गृहयुद्ध के बिना नहीं हो सकता है। लिंकन की तरह।’ गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति लिंकन के समय एक गृहयुद्ध हुआ था। राष्ट्रपति लिंकन ने इस गृहयुद्ध को दबाने में अहम भूमिका निभाई थी।
रॉय के इस ट्वीट के बाद उनकी ट्विटर पर आलोचना शुरू हो गई थी। इसपर रॉय ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘मुझपर आरोप लग रहे हैं कि मैं गृहयुद्ध को बढ़ावा दे रहा हूं। लेकिन मैं यह साफ कर दूं कि मैंने मुखर्जी की डायरी में लिखे शब्दों को ट्वीट किया है। मैं किसी चीज की वकालत नहीं कर रहा।’ रॉय ने अपने एक अन्य बयान में कहा था कि अजान की वजह से ध्वनि प्रदूषण होता है।
उन्होंने पटाखों से होने वाली आवाज की तुलना मस्जिदों की अजान से करते हुए ट्वीट किया था, ‘कुछ वर्षों से हर दिवाली पटाखों से ध्वनि प्रदूषण होने की बात पर झगड़ा शुरू होता है। लेकिन, सुबह साढ़े 4 बजे लाउंडस्पीकर से अजान होती है तब क्यों कोई विवाद नहीं होता?’ रॉय ने कहा ‘दरअसल, सेक्युलर भीड़ की अजान से होने वाले ध्वनि प्रदूषण पर चुप्पी ने मुझे हैरानी में डाल दिया। कुरआन या किसी हदीस में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल का सुझाव नहीं दिया गया है।’
रॉय ने दावा किया, ‘अजान करने वाला व्यक्ति अगर मीनारों से अजान कर रहा है, यह इसलिए क्योंकि वहां मीनार है। इसी तरह लाउडस्पीकर का प्रयोग भी इस्लाम के विपरीत है।’