बीजिंग। चीन में मुस्लिमों को लेकर कई कड़े नियम हैं। रमजान के महीने में चीन के सरकारी संगठन चाइना इस्लामिक एसोसिएशन ने कहा है कि देश की सभी मस्जिदों को राष्ट्रध्वज फहराना चाहिए। साथ ही इस देश को बेहतर तरीके से समझने और देशभक्ति की भावना बढ़ाने के लिए उन्हें चीन का संविधान, समाजवाद के मूल तत्वों और यहां की संस्कृति का अध्ययन करना चाहिए।
कई तबकों ने इस पहल की सराहना की है। एसोसिएशन ने अपनी वेबसाइट पर एक पत्र के माध्यम से यह आग्रह किया है। उसमें देश के इस्लामिक संगठनों और मस्जिदों को प्रमुख स्थानों पर देश का झंडा लगाने का आग्रह किया है।
इससे पहले खबर आई थी कि चीन में मुस्लिम आबादी को शिक्षित करने के लिए खोले गए कैंप में रहने वाले एक मुस्लिम ने दावा किया है कि वहां लोगों को जबरन शराब पिलाई जाती है। इस शख्स ने दावा किया कि वो मुस्लिम हैं और कजाखस्तान गए थे जिसके चलते उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
तीन दिन पूछताछ के बाद उन्हें शिनजियांग में 3 महीने के लिए ‘रीएजुकेशन कैंप’ में भेज दिया गया। इस कैंप में उन्हें लगातार बेइज्जती का सामना करना पड़ा और उनका ब्रेनवॉश करने की कोशिश की गई। उन्हें हर दिन घटों-घंटों कम्युनिस्ट पार्टी का प्रॉपेगैंडा पढ़ने को मजबूर किया गया। इतने से भी नहीं बन पड़ा तो हर दिन राष्ट्रपति शी चिनफिंग को शुक्रिया कहने वाले और उनकी लंबी उम्र की कामना वाले नारे लगवाए गए।