अपनी पहली रोमांटिक पुस्तक ‘ट्रूली डिपली मेडली’ की जबरदस्त सफलता के उपरान्त युवा लेखक फराज़ काज़ी अपनी नई पुस्तक ‘द अदर साइड’ को लेकर फिर से चर्चा में हैं। हाल ही में पुस्तक का विमोचन समारोह नई दिल्ली में आयोजित किया गया, जहां लोकप्रिय गायिका शिबानी कश्यप, डिजाइनर संजना जाॅन और पैरानाॅर्मल एक्सपर्ट गौरव तिवारी ने फराज़ काज़ी व विवेक बनर्जी द्वारा लिखित इस नई पुस्तक का विमोचन किया।
‘द अदर साइड’ में जाने-माने लेखक विवेक बनर्जी ने फराज़ का साथ दिया है और यह फराज़ की पहली रोमांस पुस्तक जिसने फराज़ को ‘द निकोलस स्पाकर््स आॅफ इंडिया’ की ख्याति दिलायी से बिल्कुल अलग है। ‘ट्रूली डिपली मेडली’ के लिए पाठकों एवम् आलोचकों ने फराज़ को काफी सराहा और उन्हें नेशनल बुक ट्रस्ट आॅफ इंडिया द्वारा नेशनल डेबू यूथ फिक्शन अवार्ड से भी नवाजा गया है।
अपनी दूसरी पुस्तक और विवेज बनर्जी के साथ साझेदारी के विषय में फराज़ ने कहा कि ‘विवेक सर के साथ काम करके स्वयं को भाग्यशाली महसूस कर रहा हूँ, क्योंकि उनके योगदान के चलते विषय में असरदार बदलाव आया। हमने साथ मिलकर ‘द अदर साइड हेतु’ दूसरे पक्षों पर खासा ध्यान दिया है। हालांकि इस वर्ग की और भी पुस्तकें बाज़ार में मौजूद हो सकती हैं लेकिन हमने जिस अंदाज में इस किताब पर काम किया है वह एक विशिष्ट पहल है। विश्व में पहली ही बार एक ऐनिमेटेड कवर वाली किताब है ‘द अदर साइड’। जिसके कवर का अनावरण हाल ही में डिजीटल प्लेटफाॅर्म पर किया गया है। इसके अतिरिक्त यूट्यूब यूज़र्स हेतु हमने दो टीज़र भी जारी किये है और हमें उम्मीद है कि किताब के विषय के अनुकूल यह टीजर्स पाठकों को वास्तव में डराने में कामयाब रहेंगे।’’
रोमांस से रोमांच की तरफ रूख करने के विषय में फराज़ ने बताया कि ‘बतौर लेखक मैं किसी एक शैली में नहीं बंधना चाहता। मेरी रोमांस पुस्तक की सफलता ने मुझे काफी उत्साहित जरूर किया लेकिन मैं केवल रोमांस आधारित किताब ही नहीं लिखना चाहता। दूसरे विषय में काम करना काफी चुनौतिपूर्ण अनुभव रहा क्योंकि यह विषय ऐसा है जिसे बहुत ज्यादा लेखकों ने नहीं अपनाया है। एक अन्य कारण यह भी रहा कि वास्तविकता में भारत मिथकों और लोककथाओं का देश है और हमारी एक समृद्ध परंपरा है। हम सभी को जीवन के एक मोड़ पर किसी न किसी रूप में भूतिया कहानियों का से सामना होता है और मौज-मस्ती भरे युवा सफर में हम अक्सर डरावनी कहानियों एवम् घटनाओं पर चर्चा करते हैं। ऐसे में जरूरी था कि कोई इस विषय पर लिखने की पहल करे और उस डर की चर्चा करे जो हमने अनुभव किया है साथ ही एक अज्ञात डर के साथ जीना सीख पायें।’
‘द अदर साईड’ 13 असाधारण कहानियों का संग्रह है; एक ऐसी दुनिया जो हमारी आंखे देखना नहीं चाहती, हमारे कान जिसके बारे में सुनना नहीं चाहते, जिसे हम पूरी तरह से अनदेखा कर देना चाहते हैं। यह पुस्तक हर उस व्यक्ति के लिए है जो बहादुरी के साथ एक ऐसे सफर के आमंत्रण को स्वीकार कर सकता है जहां वास्तविकता कल्पना मात्र है, जहां मंजिल की तरफ बढ़ते कदम धुंधले हो जाते हैं, एक ऐसी राह जो विचित्र अनुभवों से प्रेरित है। इस सफर की हर कहानी एक अंजाने डर से रूबरू कराते हुए खौफनाक डर पैदा करती है।
इस मौके पर पैरानाॅर्मल एक्सपर्ट गौरव तिवारी ने कहा कि, ‘यह एक जबरदस्त पुस्तक है जो डर के प्रति आपकी सोच को बदल देगी।’
विमोचन के अवसर पर गायिका शिबानी कश्यप ने विशेष रूप से तैयार पंक्तियां गुनगनायी जो कि फराज़ काज़ी और उनकी पुस्तक को समर्पित था। लोगों की फरमाईश पर शिबानी ने गीत ‘सजना आ भी जा…’ भी प्रस्तुत किया।
डिजाइनर संजना जाॅन ने फराज़ की सराहना करते हुए कहा कि ‘जबरदस्त किताब है, मैने जब इसे पढ़ना शुरू किया तो इसे नीचे रखने को मन ही नहीं किया। बहुत अच्छा अनुभव रहा इस पुस्तक को पढ़ना।’
सम्पर्क सूत्रः शैलेश कुमार नेवटिया – 9716549754