राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद् द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता का भव्य पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष डॉ. विनयकुमार पाठक थे। अध्यक्षता अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.डी.पी.अग्रवाल ने की। विशिष्ट अतिथि परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री मदन मोहन अग्रवाल और परिषद् के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री प्रेमप्रकाश सिंघल थे। आयोजन के संरक्षक प्राचार्य डॉ. आर.एन.सिंह और निबंध प्रतियोगिता के संयोजक डॉ. चन्द्रकुमार जैन मंचस्थ थे। कार्यक्रम में परिषद् के सहयोगी गण सर्वश्री पवन लोहिया, डॉ. ईश्वरी सोनी तथा सुदामा मोटलानी सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। संस्था के होनहारों ने दिव्यांगों की ज़रूरतों पर एकाग्र प्रभावी निबंध लिखकर सराहना के साथ कई पुरस्कार हासिल किए। प्रतियोगिता को स्मरणीय बनाने के लिए राष्ट्रीय परिषद् द्वारा हिंदी विभाग के प्राध्यापक और संयोजक डॉ. चन्द्रकुमार जैन का विशेष रूप से सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का आरम्भ डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सभागर में सरस्वती पूजन और दीप प्रज्ज्वलन तथा अतिथियों के आत्मीय स्वागत के साथ हुआ। इससे पहले अतिथियों ने महंत राजा दिग्विजयदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। डॉ.आर.एन. सिंह ने सम्बोधन में शिक्षण के साथ-साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों के सतत भागीदारी के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। दिव्यांगों के प्रति स्नेह और सहयोग की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन इस कार्य को मूर्तरूप देते हैं। मुख्य अतिथि डॉ. विनयकुमार पाठक ने छत्तीसगढ़ी में सभा को सम्बोधित करते हुए छात्र छात्राओं को अपनी माटी, अपनी भाषा और अपनी भूमि के लिए समर्पित होकर काम करने और अपने व्यक्तित्व का निर्माण करने का आह्वान किया।
समारोह अध्यक्ष डॉ. डी.पी.अग्रवाल ने दिव्यांगों की स्थति और अपेक्षा को गहराई से समझाया। उस पर कार्य करने की दिशाओं की चर्चा की। निबंध प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि दिव्यांगों से सम्बंधित शिक्षा, सेवा और पुनर्वास जैसे तीन आयामों पर निबंध लिखवाये गए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी विजेता विद्यार्थियों सहित प्रतियोगिता के कुशल संयोजन और आयोजन हेतु संस्था को साधुवाद दिया। राष्ट्रीय महामंत्री श्री मदन मोहन अग्रवाल ने परिषद् के कार्यक्रमों और प्रयासों की जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि श्री प्रेमप्रकाश सिंघल ने अच्छे आयोजन को सफल और भव्य बनाने के लिए बधाई दी।
निबंध प्रतियोगिता में पाठ्यक्रम विषय के अंतर्गत स्नातकोत्तर हिंदी के छात्र लक्ष्मण कुमार ठाकुर को सर्वोत्तम, स्नातकोत्तर रसायन की छात्रा शीतल देवांगन तथा स्नातकोत्तर हिंदी की छात्रा नेहा साहू को उत्तम लेखन का पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार सेवा विषय में स्नातकोत्तर हिंदी की छात्रा रिंकी साहू तथा स्नातकोत्तर रसायन की साधना यदु ने सर्वोत्तम, स्नातकोत्तर गणित की नोमिका सोलंकी और स्वाति बिहोने ने उत्तम लेखन का पुरस्कार प्राप्त किया। सामाजिक पुनर्वास विषय के तहत स्नातकोत्तर भौतिकी की छात्रा आस्था बोरकर सर्वोत्तम, स्नातकोत्तर बॉटनी की छात्रा सभ्यता फुले और स्नातकोत्तर रसायन की छात्रा प्राची जामुरकर ने उत्तम लेखन का पुरस्कार अर्जित किया। इनके अतिरिक्त सक्रिय सहभागिता के लिए उन्तीस प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किये गए।