कई जुगलबंदियां लहर पैदा करती हैं और कई खबर बनाती हैं। ऐसी ही एक जुगलबंदी तहलका संस्थापक तरुण तेजपाल और शराब व्यापारी पोंटी चड्ढा के बीच बनी थी। तरुण तेजपाल पोंटी चड्ढा के साथ मिलकर शहरी भारतीयों के लिए एक प्राइवेट क्लब खोलना चाहते थे।
बेहतरीन संपन्न, उदार समुदाय लोगों का क्लब
तेजपाल के शब्दों में कहें तो वह कुछ चुनिंदा शहरी भारतीयों के साथ एक ऐसी बृहद संस्कारिक दुनिया बनाना चाहते थे, जहां बेहतरीन संपन्न, उदार समुदाय के लोग आपस में एक जगह मिलजुल सकें। वो ऐसे लोग हों जो दुनिया को बनाते और सजाते हैं। तेजपाल ने इस क्लब का नाम 'प्रूफ्रॉक' दिया था।
तेजपाल ने अपने एक ईमेल में इन बातों का जिक्र किया है। यह ईमेल उन सदस्यों को भेजा गया था, जो इस क्लब के सदस्य बन सकते थे। इस ईमेल में तेजपाल आगे लिखते हैं कि यह सब कुछ बेहतरीन ड्रिंक्स और शानदार खानों के साथ हमारे लिए नामचीन शेफ तैयार करेंगे।
चड्ढा की फ्लैगशिप कंपनी, वेब इंडस्ट्रीज के अधिकारियों ने कहा कि तेजपाल ने चड्ढा के समक्ष एक बिजनेस प्रेजेंटेशन रखा था, जिसके बाद उन्होंने 2012 की शुरुआत में ही इस विशेष प्राइवेट प्रूफ्रॉक क्लब में निवेश करने का मन बना लिया था।
अधिकारियों ने बताया कि पोंटी चड्ढा की हत्या के बाद मनप्रीत मोंटी चड्ढा ने अपने पिता के सभी बिजनेस वादों को पूरा करने का फैसला लिया है। पोंटी की हत्या, उनके अपने ही फॉर्म हाउस में नवंबर 2012 में हो गई थी।
चड्ढा की कंपनी ने 2 करोड़ रुपये लगाए
इसी साल जून में बनाई गई कंपनी थ्राइविंद आर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अंदर प्रूफ्रॉक को रखा गया था। 10 जुलाई को कंपनी ने इसके दो शेयरधारकों को 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बांट दिए, जिसमें 72 फीसदी शेयर तेजपाल के पास बाकी के 28 फीसदी शेयर नीना तेजपाल को दे दिया गए।
26 अगस्त को चड्ढा होटल प्राइवेट लिमिटेड ने 2 करोड़ रुपये में 1800 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 11,111 शेयर खरीद लिए।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए बयान में चड्ढा समूह के प्रवक्ता ने बताया कि हमने इसमें फायदा देखा और इसमें निवेश किया। हमारा इरादा था कि एक बार जब यह बिजनेस मॉडल चल निकले तो मुनाफा कमा कर हम निकल जाएं। हम इसके प्रतिदिन के काम में शामिल नहीं थे।
एक्सप्रेस ने जब नीना तेजपाल से ईमेल कर इस वेंचर के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने इसके बार में कोई जवाब नहीं दिया।
दक्षिण दिल्ली के पॉश इलाके, एम ब्लॉक में प्रूफॉक का काम अब भी चल रहा है। क्लब तहलका के ऑफिस के कुछ बिल्डिंग आगे की बिल्डिंग में है। वहां काम कर रहे लोगों ने बताया कि इसका काम जुलाई में शुरू हुआ था और अगले तीन महीनों में यह पूरा बनकर तैयार हो जाएगा। रियल एस्टेट एजेंटों का कहना है कि इस जगह का किराया सालाना 6.5 करोड़ रुपये के आसपास होगा।