शिमला। हिमाचल प्रदेश के उच्च न्यायालसय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश संजय करोल ने गुरुवार सुबह सड़क पर मिर्गी से तड़प रहे व्यक्ति को अपनी गाड़ी से अस्पताल भेजा और खुद पैदल उच्च न्यायालय की ओर चल दिए। गुरुवार सुबह 9ः30 बजे कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश संजय करोल उच्च न्यायालय जा रहे थे। लक्कड़ बाजार स्थित व्हाइट होटल के सामने शोघी निवासी इंद्रदत्त सड़क पर पड़ा तड़प रहा था। वह दूध बेचने जा रहा था कि अचानक उसे मिर्गी का दौरा पड़ गया। इस दौरान आसपास के लोग एकत्रित हो गए, लेकिन उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया।
इसी वक्त कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश की गाड़ी गुजरी। न्यायाधीश गाड़ी से उतर गए और व्यक्ति को उठाकर गाड़ी में डाला। चालक को निर्देश दिए कि उसे अस्पताल ले जाओ। संजय करोल पैदल ही उच्च न्यायालय के लिए जाने लगे। लड़ बाजार पहुंचने पर उनकी पायलट आई और वह उसमें उच्च न्यायालय पहुंचे।
जो लोग इंद्रदत्त को दौरा पड़ने के दौरान उसकी मदद करने की बजाय तमाशबीन बने थे, वे न्यायाधीश की इन्सानियत देखकर शर्मिंदा हुए। बाद में कुछ लोग मदद के लिए आगे आए, लेकिन तब तक न्यायाधीश की गाड़ी इंद्रदत्त को लेकर अस्पताल के लिए निकल चुकी थी।
”सुबह कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश की गाड़ी में एक मरीज अस्पताल पहुंचाया गया। उसे मिर्गी का दौरा पड़ा था। यह काफी समय से इस बीमारी से पीड़ित है। पहले भी उसे ऐसी दिक्कत आती रही है। उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया है।” -डॉ. जनक राज, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, आइजीएमसी अस्पताल, शिमला।