गुरुग्राम के अतिरिक्त जिला जज कृष्णकांत की पत्नी व बेटे पर गोली चलाने वाला हेड कांस्टेबल महिपाल हर समय ईसाई धर्म का गुणगान करता था। जज की पत्नी रितु व बेटा ध्रुव उसे ऐसा करने से रोकते थे तो वह कोठी से बाहर निकल कर उनको गालियां देता था। जज के बेटे ध्रुव को वह शैतान कहकर संबोधित करता था। गुरुग्राम में शनिवार को हुए इस हत्याकांड के बाद डीजीपी बीएस सिंधु के आदेश पर महेंद्रगढ़ जिले में सीआईडी की टीम ने आरोपित हेड कांस्टेबल महिपाल के पैतृक गांव भुंगारका, गांव कोसली स्थित मामा के घर व रेवाड़ी जिला स्थित गांव रोजका समेत कई स्थानों पर जाकर एक दर्जन लोगों से पूछताछ की तो यह राज खुला। महिपाल की पत्नी मीनू इसी बात से खफा थी।
मीनू के अनुसार वह उसके समक्ष मेमसाहब व ध्रुव को गालियां देता था तो वह भी अपने घर आ गई। गुरु इंद्रराज सिंह व गुरु मां की तलाशसूत्रों के अनुसार महिपाल के गुरु इंद्रराज सिंह व गुरु मां की तलाश की जा रही है। 21 अगस्त, 2018 को नारनौल (हरियाणा) के निजामपुर रोड स्थित सांवरिया होटल में छापा मारकर पुलिस ने सीआरपीएफ के जवान समेत आठ लोगों को हिरासत में लिया था।
इन आठ लोगों में महिपाल की महिला गुरु भी शामिल है। महिपाल के हस्तक्षेप पर पुलिस ने मामूली पूछताछ करके इन आरोपितों को छोड़ दिया था। महिपाल सोशल मीडिया पर अपडेट रहते हुए महेंद्रगढ़ में आकर युवाओं को गुमराह करता रहा। अभी तक वह दो दर्जन युवाओं का धर्म परिवर्तन करा चुका है। उनमें कई ऐसे हैं जो सीआरपीएफ में हैं, तो कुछ प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, कुछ समय से महिपाल के ऊपर एक धर्म का भूत सवार हो गया था। वह इस धर्म के एक आक्रामक प्रचारक के संपर्क में था। यह प्रचारक पूरी दुनिया में घूम-घूमकर लोगों को अपने धर्म के प्रति आकर्षित करने का प्रयास करता है। उसी के प्रभाव में आकर महिपाल ने धर्म परिवर्तन करने का निर्णय लिया था। यह बात भी सामने आ रही है कि महिपाल न्यायाधीश की पत्नी एवं बड़े बेटे के ऊपर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बना रहा था। उसके पोस्ट से पता चलता है कि दबाव नहीं मानने पर उसने वारदात को अंजाम दिया।
साभार- दैनिक नईदुनिया से