छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने प्रचारकों की जो सूची जारी की है, उसमें एक भी मुस्लिम नेता नहीं है। पिछली बार के चुनाव में भाजपा ने मुख्तार अब्बास नकवी और शाहनवाज हुसैन का नाम प्रचारकों की सूची में शामिल किया था। इसके अलावा पूर्व उप-प्रधानमंत्री और मौजूदा सांसद लालकृष्ण आडवाणी और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रहे मुरली मनोहर जोशी भी इस बार प्रचार अभियान से दूर हैं। भाजपा सांसद शत्रुघन सिन्हा को भी प्रचार का मौका नहीं दिया गया है।
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा जारी की गई 40 प्रचारकों की सूची में लालकृष्ण आडवाणी का नाम सबसे ऊपर था। उनके बाद राजनाथ सिंह और फिर नरेंद्र मोदी लिखा था। उस सूची में अमित शाह का नाम भी नहीं था। इस बार की सूची में नंबर एक पर नरेंद्र मोदी, दो नंबर पर अमित शाह और तीसरे स्थान पर राजनाथ सिंह का नाम लिखा है। गत चुनाव में वैंकया नायडू का नाम सातवें नंबर पर था, चूंकि वे अब देश के उपराष्ट्रपति हैं, इसलिए उनका नाम प्रचारकों में नहीं है। गंभीर बीमारी के चलते इस दफा मनोहर पर्रिकर भी चुनाव प्रचारकों में शामिल नहीं हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री का कहना है कि पार्टी की कोर कमेटी बहुत सोच विचार कर चुनाव प्रचारकों की सूची जारी करती है। पार्टी के कई नेता उम्र ज्यादा होने के कारण अब भागदौड़ करने की हालत में नहीं हैं। पिछले दिनों आडवाणी जी को एक बैठक में सहारा देकर लाया गया था। नकवी साहब तो मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। पार्टी ने उन्हें और कई बड़ी ज़िम्मेदारियां दे रखी हैं। शाहनवाज हुसैन भी पार्टी के लिए अहम दायित्व निभा रहे हैं।
फिल्म, खेल और टीवी जगत से जुड़े ये चेहरे भी नहीं दिखेंगे
किसी जमाने में फिल्म जगत का बड़ा चेहरा रहे भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का नाम 2013 में प्रचारकों की सूची में था, लेकिन इस बार नहीं है। वजह, उनका पार्टी के साथ छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। विनोद खन्ना ने पिछली बार छत्तीसगढ़ में धुआंधार प्रचार किया था, अब वे दुनिया में नहीं हैं। नवजोत सिंह सिद्धू इस बार कांग्रेस पार्टी में चले गए हैं। दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी पहली बार छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार करेंगे।
साभार-अमर उजाला से