दुनिया जानी-मानी जापानी कार निर्माता कंपनी ‘निसान’ के चेयरमैन कार्लोस ग़ाेन को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में ग़िरफ़्तार किया गया है. गुरुवार को होने वाली कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में उन्हें बर्ख़ास्त भी किया जा सकता है.
ख़बरों के मुताबिक ग़ोन ने अपनी आमदनी के बारे में लगातार ग़लत जानकारियां दीं. साथ की कंपनी से जुड़ी संपत्ति को अपने हित में इस्तेमाल किया. कंपनी की ओर से ग़ोन पर लगे आरोपों की इतनी ही जानकारी दी गई है. जबकि जापानी अभियोजकों ने अब तक ग़ोन की ग़िरफ़्तारी को लेकर काेई प्रतिक्रिया नहीं दी है. ग़ौरतलब है कि दुनिया के कार निर्माताओं में ‘निसान’ छठी सबसे बड़ी कंपनी है. ब्रिटेन के संडरलैंड में स्थित इसका कार निर्माण संयंत्र वहां का सबसे बड़े कार कारखाना है.
इस घटनाक्रम पर कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हीरोतो सैकावा ने एक पत्रकार वार्ता में कहा, ‘मैं बहुत निराश हूं. मेरे भीतर गुस्सा है और मैं दावे से कह सकता हूं कि जैसे-जैसे और जानकारियां सामने आएंगी, बाकी लोग भी वैसा ही महसूस करेंगे जैसा मैं कर रहा हूं.’ इस मामले के सामने आने के बाद दुनियाभर में निसान के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है. सैकावा ने इसके मद्देनज़र भरोसा भी दिलाया है कि उनकी प्राथमिकता अभी कंपनी का संचालन और हालात को स्थिरता देने की होगी.
वैसे जापानी मीडिया में आई कुछ ख़बरों के अनुसार कार्लाेस ग़ोन ने 2011 के बाद पांच सालों में ही लगभग पांच अरब येन (जापानी मुद्रा) की अनियमितता बरती है. भारतीय रुपए में यह मूल्य लगभग 3.15 अरब रुपए होता है. हालांकि गडबड़ी के इस आंकड़े की पुष्टि जापानी मीडिया ने भी नहीं की है. अलबत्ता यह आशंका ज़रूर जताई है कि गड़बड़ी इससे ज़्यादा की भी हो सकता है.