इंडोनेशिया की खुफिया एजेंसी ने खुलासा किया है कि देश की दर्जनों मस्जिदें कट्टरता फैला रही हैं और लोगों को गैर-मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा के लिए उकसा रही हैं.
पीटीआई के मुताबिक इंडोनेशिया की स्टेट इंटेलीजेंस एजेंसी ने सोमवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है. एजेंसी ने अपने बयान में कहा है, ‘हमने जुलाई से लेकर अब तक देश की करीब एक हजार मस्जिदों में पड़ताल की. इस दौरान हमें पता चला कि जकार्ता के पास करीब 41 मस्जिदों के इमाम नमाजियों को कट्टरता का पाठ पढ़ा रहे हैं. इन नमाजियों में से अधिकतर सरकारी कर्मचारी हैं, जो पास के सरकारी मंत्रालयों में काम करते हैं.’
खुफिया एजेंसी ने अपनी जांच में यह भी पाया कि करीब 17 मौलाना इस्लामिक स्टेट के लिए समर्थन और सहानुभूति की अपील करते थे. ये लोगों को सीरिया तथा मरावी में जिहादी समूह के लिए संघर्ष करने के लिए उकसाया करते थे. एजेंसी के प्रवक्ता वावन पुरवंतो ने एएफपी से कहा, ‘जांच रिपोर्ट आने के बाद हमें चिंता इस बात की है कि इन मस्जिदों में जाने वाले अधिकतर लोग सरकारी कर्मचारी हैं.’
बीते मई में इंडोनेशिया के दूसरे सबसे बड़े शहर सुरबाया में कई चर्चों में रविवार की प्रार्थना के दौरान आत्मघाती हमले हुए थे. इनमें एक दर्जन से ज्यादा लोग मारे गये थे. इन हमलों को एक मुस्लिम परिवार के ही छह लोगों ने अंजाम दिया था. इंडोनेशियाई पुलिस के मुताबिक यह परिवार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से सहानुभूति रखता था. इसके बाद इन हमलों की जांच इंडोनेशिया की स्टेट इंटेलीजेंस एजेंसी को सौंपी गई थी.