तहलका के संस्थापक संपादक तरुण तेजपाल रविवार को रो पड़े। गोवा पुलिस के क्राइम ब्रांच दफ्तर में उनसे करीब पांच घंटे पूछताछ हुई और उनका सामना हुआ गोवा की सबसे सख्त पुलिस अधिकारी से।
इस मामले की जांच का जिम्मा संभाल रहीं सुनीता सावंत गोवा पुलिस की क्राइम ब्रांच की सबसे सख्त अधिकारी मानी जाती हैं। पूर्व पर्यटन मंत्री मिकी पचेको को उनका नाम जरूर याद होगा, जिनसे उन्होंने दस घंटे पूछताछ की थी। जब वह पूछताछ से बाहर निकले, तो ऐसे लग रहे थे मानो जोर का झटका लगा हो।
एक अधिकारी ने साफ कर दिया, "तेजपाल से गहन पूछताछ की जाएगी।"
सुनीता सावंत राज्य में गैर-कानूनी खनन मामले की जांच करने वाली टीम का हिस्सा भी रहीं। इस विवाद ने दो साल पहले गोवा में बवाल मचा दिया था।
सुनीता ने डीजीपी किशन कुमार से इजाजत बिना तेजपाल से जुड़ी कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया। जो लोग उनसे वाकिफ हैं, उनका कहना है कि सुनीता एक प्रोफेशनल और प्रतिबद्ध अधिकारी है। जल्द ही डीएसपी पद पर उनका प्रमोशन होने वाला है।
एक जानकार ने बताया, "वह क्राइम ब्रांच में सबसे अनुभवी हैं। वह सख्त है और सच बाहर निकालना जानती हैं। उन्होंने कई मामले सुलझाए हैं, विधायकों से सवाल-जवाब किए हैं। वह जानती हैं कि क्या करना है और क्या नहीं। वह भ्रष्ट नहीं हैं।"