कार्यस्थल पर महिलाओं के शोषण व यौन दुर्व्यवहार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अब इनमें दूरदर्शन का नाम भी जुड़ गया है। दूरदर्शन की तीन कर्मचारियों ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उनके अनुबंधों का नवीकरण करने के नाम पर वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका यौन उत्पीड़न किया। शिकायत करने वाली सभी महिलाएं संविदाकर्मी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन आरोपों के बारे में दूरदर्शन के सूत्रों का कहना है कि यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की गई थी। इस मामले पर और अधिक जानकारी इकट्ठा की जाएगी।
दरअसल, अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हुए अब इन महिलाकर्मियों ने लोगों को इन घटनाओं के बारे में बताने के लिए शुक्रवार को दिल्ली के प्रेसवार्ता का आयोजन किया था।
इस दौरान एक महिला ने आरोप लगाया कि यौन उत्पीड़न की शिकायतों से निपटने वाली आंतरिक शिकायत समिति से संपर्क किए जाने पर उसे धमकी दी गई और बदसलूकी की गई। आरोप है कि समिति ने आरोपी के निलंबन के आदेश दिए थे, लेकिन डीडी के अधिकारियों द्वारा इसका पालन नहीं किया गया।
महिलाओं में से एक दूरदर्शन के भोपाल केंद्र और दो महिलाएं दूरदर्शन दिल्ली से थीं। एक अन्य महिला ने दावा किया कि समिति में शिकायत किए जाने के बाद से उसे आठ महीने का वेतन भी नहीं दिया गया। महिला ने आरोप लगाया कि उसने मार्च 2018 में समिति से शिकायत की थी। वरिष्ठों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बजाय उसका स्थानांतरण कर दिया गया और उसे उसका नया काम करने की अनुमति नहीं दी गई।
तीनों महिलाओं ने यह भी मांग की कि समिति को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर निष्ठापूर्वक ध्यान देना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़ितों को सलाह दे रहीं महिला वकील वरूणा भंडारी ने कहा कि दूरदर्शन की ही अन्य सात महिला कर्मचारियों ने उनसे संपर्क किया है, जिनके साथ कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न हुआ।