Saturday, November 23, 2024
spot_img
Homeकविता‘‘प्रतिशोध की ज्वाला’’

‘‘प्रतिशोध की ज्वाला’’

जबसे हुआ है पुलवामा हमला,

हर भारतवासी माँगे पाकिस्तान से बदला।

प्रतिशोध की ज्वाला भड़क रही है,

हर माँ अपने बेटे से फौज में जाने को कह रही है।

कह रही है चुन-चुनकर बदला लेना,

उन वीरों की शहादत का।

जिन्होंने फर्ज निभाया भारत माता की हिफाजत का।

बारम्बार नमन हैं उन वीर जवानों को,

जिन्होंने हिन्दुस्तान की आन की खातिर,

अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।

देश की खातिर अपनी जान देकर जिन्होंने,

हर हिन्दुस्तानी की आँखों को नम कर दिया।

ये पानी नहीं लहू है,

जो हर हिन्दुस्तानी की आँखों में भर दिया।

अब ये लहू शोला बन गया है,

अब खून का बदला खून होगा,

देश के गद्दारों का अब विनाश होगा।

जो अब कश्मीर की आजादी मांगेगा,

चढ़ छाती पर अब उसका संहार होगा।

कश्मीर भारत का था, है और रहेगा।

अब समय आ गया है पाकिस्तान को जवाब देने का,

वो एक मारेगा हम सौ-सौ को मारेंगे।

पाकिस्तान की छाती लाशों से भर देंगे।

पाकिस्तान का वजूद जड़ से खत्म कर देंगे।

नक्शे से पाकिस्तान का नामोंनिशान मिटा देंगे,

नामोंनिशान मिटा देंगे।

– ब्रह्मानंद राजपूत, आगरा

(Brahmanand Rajput), Agra

On twitter @33908rajput

On facebook – facebook.com/rajputbrahmanand
E-Mail – brhama_rajput@rediffmail.com

 

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार