पूरे देश में मोदी लहर के बावजूद भी कई ऐसे मंत्री रहे, जो अपनी सीट भी नहीं बचा पाए. मोदी सरकार के पांच दिग्गज मंत्री इस लोकसभा में अपनी सीट नहीं बचा पाए और उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. बता दें कि साल 2014 में 282 सीटों जीतने वाली भाजपा ने इस बार और धमाकेदार जीत दर्ज की और कुल 300 से ज्यादा सीटें अपने नाम कर ली। यह पहला चुनाव है जब भारतीय जनता पार्टी को 41 फीसदी वोट पहली बार मिले हैं और इस तरह से करीब 48 साल बाद बीजेपी पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई है. तो चलिए जानते हैं मोदी सरकार के पांच मंत्रियों के बारे में…
हंसराज गंगाराम अहिर: मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगा राम अहिर की हार हुई है. इन्हें कांग्रेस के सुरेश नारायण धनोरकर ने चंद्रापुर सीट से हराया है.
मनोज सिन्हा: केंद्रीय रेल राज्य मंत्री को मनोज सिन्हा की हार ने सबको चौंका दिया है. मनोज सिन्हा को गाजीपुर सीट से बसपा के अफजल अंसारी के हाथों हार मिली है.
पॉन राधाकृष्णन: तमिलनाडु की कन्याकुमारी सीट पर वित्त राज्य मंत्री पॉन राधाकृष्णन को कांग्रेस नेता एच वसंत कुमार ने हराया.
केजे अल्फोन्स- केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस भी मोदी लहर में अपनी सीट नहीं बचा पाए. केरल में कांग्रेस नेता हिबी हिडेन केजे अल्फोन्स को हराया है.
हरदीप पुरी: अमृतसर सीट से को कांग्रेस के गुरजीत सिंह आहुजा ने हराया है.