स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल के छोटे भाई और उद्योगपति प्रमोद मित्तल को संदिग्ध धोखाधड़ी और पावर के दुरुपयोग के आरोप में बोसनिया में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें बुधवार को ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। ये मामला लुकावास के उत्तर-पूर्वी कस्बे में कोकिंग प्लांट जीआईकेआईएल से संबंधित धोखाधड़ी से जुड़ा है।
जिसे प्रमोद 2003 से संचालित कर रहे हैं। यहां एक हजार कर्मचारी काम करते हैं। वह जीआईकेआईएल के सुपरवाइजरी बोर्ड के प्रेसिडेंट हैं।
जानकारी के मुताबिक कंपनी के जनरल मैनेजर परमेश भट्टाचार्य और सुपरवाइजरी बोर्ड के एक अन्य सदस्य को भी गिरफ्तार किया गया है। बोस्निया के सरकारी वकील कैजिम सेरहेटलिक का कहना है कि इस मामले में दोष साबित होने पर 45 साल तक की सजा हो सकती है। सेरहेटलिक का कहना है कि इस संगठित आपराधिक ग्रुप से संबंधित चौथे व्यक्ति के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मित्तल और अन्य लोगों पर 28 लाख डॉलर (19.32 करोड़ रुपये) की हेरा-फेरी करने का आरोप है। बता दें इस साल मार्च माह में प्रमोद को उनके बड़े भाई लक्ष्मी मित्तल ने 1,600 करोड़ रुपये देकर आपराधिक कार्रवाई से बचाया था। प्रमोद पर स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (एसटीसी) के 2,210 करोड़ रुपये का बकाया था।