जन्म दिन या किसी दूसरे मौके पर काटे जाने वाले केक पर सजीं मोमबत्तियों को फूंक मारकर बुझाना आपको भारी पड़ सकता है। सरकार इस पर पाबंदी लगाने के बारे में सोच रही है। मकसद है इसके कारण फैलने वाले इन्फेक्शन को रोकना।
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया ने साझे केक पर जलाई जाने वालीं मोमबत्तियों को फूंक मारकर बुझाने पर रोक लगा दी है। अब भारत सरकार भी इस विकल्प पर विचार कर रही है।
आजाद ने अविनाश राय खन्ना के सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंडियन मेडिकल काउंसिल ने बताया है कि ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अनुसंधान परिषद (एनएचएमआरसी) ने साझे केक पर जलाई जाने वालीं कैंडल्स को फूंक मारकर बुझाने पर रोक लगा दी है।
आजाद ने बताया कि एनएचएमआरसी ने डे केयर सेंटर्स को निर्देश दिया है कि वे इन्फेक्शन से बचाव के लिए बर्थडे मनाने वाले लोगों को अपना व्यक्तिगत 'कप केक' मुहैया कराए। आजाद ने कहा कि इंडियन मेडिकल काउंसिल ने इस बारे में खुद कोई रिसर्च नहीं की है। उन्होंने कहा कि केक पर मोमबत्ती जलाने की रस्म जारी रखी जाए या इसे बैन किया जाए, इस पर विचार हो रहा है।