बैंक ऑफिसर्स की चार यूनियनों ने 26 सितंबर से दो दिनी हड़ताल की घोषणा की है। यूनियन ने हड़ताल में बैँकों का विलय के विरोध के साथ ही 11वां वेतन समझौता लागू करने की मांग की है। यानी बैंक 26 से 29 सितंबर तक 4 दिन के लिए बंद रहने वाले हैं। ऐसे में अगर आपको बैंक से जुड़ा कोई भी काम करना है तो पहले ही निपटा लें।
4 दिन बंद रहेंगे बैंक
बैंक यूनियनों ने 2 दिन 26 से 27 सितंबर तक बैंक हड़ताल की घोषणा की है। 28 सिंतबर को चौथा शनिवार होने के कारण बैंक बंद रहेंगे और 29 सितंबर को रविवार होने के कारण बैंक रहने वाले हैं।
क्या है बैंक कर्मियों की मांग
मौजूदा समय में बैंक अधिकारी के रूप में जो नए लोग नियुक्त हो रहे हैं उनका वेतन प्राइमरी के शिक्षक से थोड़ा नहीं लगभग दस हजार रुपये कम है। वहीं, नए नियुक्त हो रहे क्लर्क का वेतन राज्य और केंद्र सरकार के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से भी कम है। वेतन की इस विसंगति को लेकर इस बार बैंकों के ऑफिसर्स की सभी चार ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल की घोषणा की है।
कभी आईएएस अफसर से ज्यादा था बैंक अधिकारी का वेतन
ऑल इंडिया बैंकर्स ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन के कार्यकारिणी सदस्य अजय सिंह ने बताया कि 1977 तक बैंक अधिकारी का वेतन 760 रुपये और आईएएस अफसर का वेतन 700 रुपये था। उस समय बैंक की नौकरी में वेतन के साथ प्रतिष्ठा भी थी। वेतन निर्धारण के लिए बनाई गई कमेटियों के चलते मौजूदा समय में बैंक कर्मचारियों-अफसरों का वेतन इस स्तर पर पहुंचा है। इसके अलावा 11वां वेतन समझौता जो कि नवंबर 2017 में लागू हो जाना था वो अभी तक नहीं लागू किया गया है। ऐसी ही मांगों को लेकर हड़ताल की घोषणा की गई है।