भारतीय मूल के ब्रिटिश पत्रकार लॉर्ड इन्द्रजीत सिंह ने बीबीसी के साथ 35 साल पुराना रिश्ता तोड़ दिया है। इसकी वजह उन्होंने मीडिया संस्थान की समुदाय विशेष के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता बताई है। सिंह बीबीसी रेडियो 4 के लोकप्रिय कार्यक्रम ‘थॉट फॉर द डे’ को प्रेजेंट करते थे। उन्हें ब्रिटेन में सिख समुदाय की आवाज माना जाता है।
लॉर्ड सिंह के मुताबिक, बीबीसी ने उन्हें सिख गुरु तेग बहादुर के बारे में चर्चा करने से रोकने की कोशिश की, जिन्होंने 17वीं शताब्दी में भारत में हिंदुओं को जबरन मुस्लिम बनाये जाने के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। सिंह का कहना है कि बीबीसी को डर था कि कार्यक्रम से उसके मुस्लिम श्रोता नाराज हो सकते हैं, जबकि उनकी स्क्रिप्ट में इस्लाम की आलोचना जैसा कुछ नहीं था। बीबीसी का यह रवैया उसकी ‘पूर्वग्रह और असहिष्णुता’से ग्रस्त मानसिकता दर्शाता है।
हालांकि, मीडिया समूह ने इन्द्रजीत सिंह के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। बीबीसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि ‘थॉट फॉर द डे’ एक सजीव, सामयिक सेगमेंट है और समाचारों को व्यापक स्तर पर पहुंचाने के लिए संपादकीय बदलाव असामान्य नहीं होते, यह एक सामान्य प्रक्रिया है। हम सिंह से पूरी तरह असहमत हैं।
मीडिया से बातचीत में सिंह ने बीबीसी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘बीबीसी ने जो किया, वो कुछ ऐसा है जैसे किसी ईसाई से कहना कि यहूदियों के डर से उसे ईस्टर के बारे में बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ‘थॉट्स ऑफ द डे’ का उद्देश्य अब पूरी तरह से बदल दिया गया है। मुझे विश्वास है कि यदि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक और यहां तक कि ईसा मसीह जीवित होते तो उन्हें भी ‘थॉट्स फॉर द डे’ में शामिल नहीं किया जाता।‘