लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से प्रकाशित पर्यटन व साहित्य को समर्पित त्रैमासिक पत्रिका “प्रणाम पर्यटन” के प्रेरणाश्रोत ‘बाबू एवं अम्मा’ की याद में आयोजित ‘जगेश्वर-उमा स्मृति कहानी प्रतियोगिता 2019’ के परिणामों की घोषणा करते हुए पत्रिका की कार्यकारी संपादक कुसुम श्रीवास्तव ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि कहानी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली इंजी आशा शर्मा की कहानी ‘खड़ूस आंटी'(2100/-नकद),दूसरा पुरस्कार बिहार ,आरा के विजयानंद विजय की कहानी ‘खामोशियों के स्वर’ (1500/-नकद))एवं तीसरा पुरस्कार बिहार ,चंपारण के दिवाकर राय की कहानी अपना-अपना फर्ज़ (1000/-नकद) को मिला है। विज्ञप्ति के मुताबिक इसके अलावा पाँच सांत्वना पुरस्कारों की भी घोषणा की गई। जिनके नाम हैं चेन्नई (तमिलनाडू) की रोचिका शर्मा (काश),भोपाल (मध्य प्रदेश) की सुमन ओबेराय (अपना-अपना सुख), बालाघाट मध्य प्रदेश के अनुपम टीकाराम मेश्राम (अधेड़ आदमी),रांची झारखंड की वीना श्रीवास्तव (ना,कोई फरक ना है) एवं उत्तर प्रदेश आगरा की सविता मिश्रा ‘अक्षजा'(वह लौट आया )। सांत्वना पुरस्कारों के तहत सभी विजेताओं को 201/- नकद एवं प्रणाम पर्यटन ,पत्रिका की आजीवन सदस्यता प्रदान की जाएगी।
निर्णायक मण्डल में शामिल थीं वरिष्ठ कथाकार श्रीमती पवित्रा अग्रवाल हैदरबाद,तेलंगाना, लखनऊ उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ लेखक एवं कहानीकार अखिलेश श्रीवास्तव ‘चमन’ (अवकाश प्राप्त अपर आयुक्त, स्टम्प ) ,एवं दिल्ली में रह रहीं आगरा उत्तर प्रदेश की पहली महिला पत्रकार एवं लेखिका डॉ शशि सिंघल । सभी पुरस्कार विजेताओं को शीघ्र आयोजित एक समारोह में नकद राशि के साथ -साथ स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।
कुसुम श्रीवास्तव
कार्यकारी संपादक
प्रदीप श्रीवास्तव
संपादक
8604408528