राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में 15 श्रेष्ठ कलाकारों को 61वें वार्षिक ललित कला अकादमी पुरस्कार प्रदान किए। इन कलाकारों की कला का प्रदर्शन 22 मार्च 2020 तक, नई दिल्ली स्थित ललित कला अकादमी दीर्घा में किया जाएगा।
ज्यूरी के सम्मानित पैनल द्वारा चयनित किए गए 15 पुरस्कार विजेता हैं – अनूप कुमार मन्झुखी गोपी (त्रिसूर, केरल), डेविड मलाकार (कोलकाता, पश्चिम बंगाल), देवेन्द्र कुमार खरे (वडोदरा, गुजरात), दिनेश पांड्या (मुम्बई, महाराष्ट्र), फारूख अहमद हलदर (24 परगना, कोलकाता, पश्चिम बंगाल), हरि राम कुम्भावत (जयपुर, राजस्थान), केशरी नंदन प्रसाद (जयपुर, राजस्थान), मोहन कुमार टी (बेंगलुरू, कर्नाटक), रतन कृष्ण साहा (मुम्बई, महाराष्ट्र), सागर वसंत काम्बले (मुम्बई, महाराष्ट्र), सतविंदर कौर (नई दिल्ली), सुनील थिरुवयुर (एर्नाकुलम, केरल), तेजस्वी नारायण सोनावाने (सोलापुर, महाराष्ट्र), यशपाल सिंह (दिल्ली) और यशवंत सिंह (दिल्ली)। अकादमी ने प्रथम स्तरीय ज्यूरी द्वारा चयनित की गई 283 कलाकृतियों में से पुरस्कार विजेता कलाकारों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए देश भर के प्रख्यात कला प्रोफेशनलों, कलाकारों और आलोचकों की सात सदस्यीय चयन ज्यूरी को मनोनीत किया। राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी न केवल देश भर की उत्कृष्ट कलाकृतियों और प्रतिभाओं को एकजुट करती है, बल्कि पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति एवं सौंदर्यबोध की बारीकियों को भी दर्शाती है और इस प्रकार ये अंतर्राष्ट्रीय कला बाजार में भारतीय कलाकृतियों को बढ़ावा देती है।
ललित कला अकादमी कला को बढ़ावा देने और प्रतिभा को सम्मानित करने के लिए हर वर्ष कला प्रदर्शनियां और पुरस्कार समारोह आयोजित करती है। यह प्रदर्शनी देश भर की प्रतिभाओं को एक स्थान पर लाती है और उभरती हुई कला प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करती है ताकि वे पेंटिंग, मूर्तिकला, ग्राफिक्स, फोटोग्राफी, ड्राइंग, प्रतिष्ठापन और मल्टीमीडिया आदि की दुनिया की नई प्रकृति और माध्यमों को सीख सकें।