सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात रखने वाले कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेताओं पर चुनाव आयोग खुफिया नजर रखेगा। इनमें कांग्र्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, दिग्विजय सिंह, शिवराज सिंह चौहान, उमा भारती से लेकर भाजपा और कांग्रेस के १८ बड़े नेता शामिल हैं। इनके ट्वीटर पर होने वाले विचारों के आदान-प्रदान के हर मिनिट का लेखा-जोखा सीडैक द्वारा रखा जाएगा। यह वही संस्था है जिसने गुजरात के विधानसभा चुनाव में इस गतिविधि को अंजाम दिया था।
चुनावा आयोग का मानना है कि कि पेड न्यूज और आचार संहिता के दायरे में सोशल मीडिया को भी रखा गया है। मीडिया का यह माध्यम इन दिनों चर्चा के केन्द्र में है। बड़े नेता अपनी बात जल्द से जल्द लोगों तक पहुंचाने के लिए इसका उपयोग करते हैं। अधिकांश बड़े नेताओं की ट्वीटर पर बड़ी फैन फालोइंग है। इसके जरिए कोई नेता आचार संहिता का उल्लंघन न कर सके, इसके लिए सीडैक संस्था को निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है। वह कांग्र्रेस, भाजपा, बसपा, एनसीपी, सपा और सीपीआईएम के अधिकारिक ट्वीटर के साथ वेबसाइट की २४ घंटे निगरानी करेगी। संस्था के प्रतिनिधियों ने सीईओ कार्यालय में मीडिया के सामने प्रस्तुतिकरण देते हुए अपने कामकाज के तौर-तरीकों के बारे में बताया। सीईओ जयदीप गोविंद ने बताया कि ट्वीटर पर कोई नेता आपत्तिजनक बात लिखता है या कोई उसकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देता है तो उसे परीक्षण की परिधि में रखा जाएगा।