अहमदाबाद। कोविड-19 के प्रकोप से तबाह हुए इटली से 263 भारतीयों को स्वाति वापस देश लेकर आई हैं। एयर इंडिया की कमर्शल पायलट स्वाति रावल दो बच्चों की मां हैं और उन्होंने रायबरेली से कमर्शल पायलट ट्रेनिंग ली थी। स्वाति 2006 से एयर इंडिया के साथ काम कर रही हैं।
कोरोना वायरस यानी कोविड-19 के प्रकोप से तबाह हुए इटली में फंसे 263 भारतीयों को एयर इंडिया की कमर्शल पायलट स्वाति रावल जब देश में पहुंची तो सिर्फ गुजरात के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण था। इन भारतीयों की सुरक्षित वापसी ने न केवल सैकड़ों भारतीयों और उनके परिवारों में उम्मीद जगाई बल्कि पूरे विश्व को यह संदेश भी दिया कि खतरा चाहे कितना भी बड़ा हो, भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सजग है।
टाईम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए स्वाति के पिता एस डी रावल ने कहा, ‘जब उसे (स्वाति) मुझे 22 लोगों के क्रू के साथ इटली जाने के लिए कहा गया, उसके बाद 21 मार्च की शाम को उसने मुझे फोन किया। मैंने उससे पूछा कि उसने क्या फैसला किया तो उसने बताया कि वह जाने के लिए तैयार है।’
रावल ने कहा, ‘मैं एक फॉरेस्ट ऑफिसर रहा हूं और हर परिस्थिति में सरकारी ड्यूटी पर मौजूद रहा हूं और मुझे गर्व है कि मेरी बेटी ने भी ऐसा ही किया। वह निडर है।’
रावल ने कहा कि जब स्वाति ने विमान से इटली के लिए उड़ान भरी, उसके बाद सभी यात्री तैयार थे और वह उन्हें वापस दिल्ली ले आई। उन्होंने कहा, ‘मैं इस दौरान उसे लेकर चिंतित था लेकिन जिस तरह से वह और उसके क्रू मेंबर्स बहादुरी से सभी यात्रियों को सुरक्षित घर वापस लाए, वह सराहनीय है।’
दो बच्चों की मां स्वाति ने रायबरेली से कमर्शल पायलट ट्रेनिंग ली थी और वह 2006 से एयर इंडिया के साथ काम कर रही हैं।