नई दिल्ली: कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में आए लोगों में से 24 में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया है. इसके अलावा तेलंगाना से आए 6 और एक श्रीनगर के मौलवी की मौत हो चुकी है. वहीं इस मामले में सरकार और प्रशासन की घोर लापरवाही को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. जब दिल्ली में सबसे पहले (22 मार्च से )लॉकडाउन लागू हो गया था, तो इतने दिन तक यहां इकट्ठा हुए लोगों पर आखिर किसी की नजर क्यों नहीं गई. पता चवला है कि इस जमात में शामिल देश के 1830 स्कॉलरों में 46 ने अपना पता रांची ही लिखवाया है।
केंद्रीय जांच एजेंसियां तबलीगी मरकज के आतंकी कनेक्शन की भी पड़ताल कर रही है। यह पता चला है कि कोरोना वायरस को आतंकी बॉयोलॉजिकल हथियार के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह काफी खतरनाक होगा। बहरहाल अब तक रांची के दो मस्जिदों से कुल 29 विदेशी मौलवी पकड़े जा चुके हैं।
निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में यूपी के करीब 160 लोग शामिल हुए थे। पुलिस इन सभी की तलाश में जुटी है। जानकारी के मुताबिक, जमात में राजधानी लखनऊ के ये लोग शामिल हुए थे, लेकिन अभी इनकी लखनऊ वापसी की पुष्टि नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि मरकज में शामिल हुए यूपी के अधिकतर लोग अभी दिल्ली में ही हैं। लखनऊ में एक मस्जिद में कई विदेशी नागरिकों के छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर और एसीपी ने छापेमारी की। मस्जिद में मौजूद सभी देसी-विदेशी नागरिकों को आइसोलेशन में भेज दिया गया है और मस्जिद में ताला लगा दिया गया है। राजधानी लखनऊ की अमीनाबाद, काकोरी और आईआईएम रोड स्थित मस्जिदों से 24 विदेशी मिले हैं। इनमें 14 बांग्लादेश और 10 लोग कजाकिस्तान से आए थे। इनमें से तीन 3 लोगों में कोरोना के लक्षण मिलने पर जांच नमूना लेकर केजीएमयू भेजा गया है।
मरकज में न सिर्फ देश के विभिन्न राज्यों से बल्कि विदेशों से भी एक से 15 मार्च तक तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे. देश-विदेश के लोगों को मिलाकर कुल 1830 लोग मरकज में पहुंचे थे. इस अवधि के बाद भी 1,400 लोग यहां रुके हुए थे. कोरोनावायरस के चलते मरकज से अब तक कुल 860 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है. वहीं अभी 300 और लोगों को निकाल कर अस्पताल ले जाया जा रहा है. इन्हीं में से मरकज में शामिल होने वाले छह लोगों की तेलंगाना में कोरोनावायरस से मौत हो गई. उधर, अंडमान में 10 लोगों की रिपोर्ट में कोरोनावायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. इन 10 में 9 लोग वह हैं जो दिल्ली कि मरकज में शामिल हुए थे. 10वीं संक्रमित महिला भी इन्हीं में से एक पत्नी है जो दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल हुए थे. आइए जानते हैं कहां से आए थे ये 1830 लोग-
देश के अलग-अलग राज्यों से मरकज में आए लोगों की संख्या-
अंडमान- 21
असम – 216
बिहार – 86
हरियाणा- 22
हिमाचल- 15
हैदराबाद- 55
कर्नाटक- 45
केरल- 15
महाराष्ट्र- 109
मेघालय- 5
मध्य प्रदेश- 107
ओडिशा- 15
पंजाब- 9
राजस्थान- 19
रांची- 46
तमिलनाडु- 501
उत्तराखंड- 34
उत्तर प्रदेश- 156
पश्चिम बंगाल- 73
विदेश से मरकज में आने वाले लोग-
इंडोनेशिया- 72
थाईलैंड- 71
श्रीलंका- 34
म्यांमार- 33
कीर्गिस्तान- 28
मलेशिया- 20
नेपाल- 19
बांग्लादेश- 19
फिजी- 4
इंग्लैंड- 3
कुवैत- 2
फ्रांस- 1
सिंगापुर- 1
अल्जीरिया- 1
जीबौती- 1
अफगानिस्तान- 1