नई दिल्ली। राजस्थान से राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद नीरज डांगी सोमवार को पहली बार संसद पहुंचे। डांगी ने कहा कि आज से जिम्मेदारी के एक नए युग की शुरुआत हो गई है। उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान की जनता की जिन आशाओं एवं आकांक्षाओं को लेकर संसद में पहुंचा हूं, उनका पूरी लगन व मेहनत से रक्षण करूंगा।
राज्यसभा सचिवालय में अपनी सदस्यता की कार्रवाई पूरी करने के बाद सोमवार को सांसद डांगी ने संवाददाताओं से कहा कि हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है और संविधान लोकतंत्र की आत्मा। मैं लोकतंत्र की लाज रखूंगा और संविधान की रक्षा करूंगा। डांगी ने यह भी कहा कि संगठन की शक्ति ने जिस आशा एवं विश्वास के साथ मुझे संसद में भेजा है, उसे हर सामर्थ्य से पूरा करूंगा। डांगी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के प्रति आभार जताते हुए कहा कि संसद में राजस्थान व कांग्रेस की प्राथमिकताएं मेरे लिए सर्वोपरि हैं। आज संसद भवन पहुंचने पर डांगी ने कांग्रेस एवं राजस्थान की जनता के हक में अपनी प्रतिबद्धता को पूरी निष्टा से पूरी करने का प्रण लिया। डांगी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति कृतज्ञ हूं कि उन्होंने संसद के उच्च सदन में इतनी बड़ी जिम्मेदारी देकर मुझे समस्त राजस्थान की सेवा का अवसर दिया है, जिसकी वजह से आज संसद भवन से मेरी जिम्मेदारियों के नए युग की शुरूआत हुई है।
राजस्थान से राज्यसभा पहुंचे कांग्रेस के नीरज डांगी पार्टी के युवा चेहरे के रूप में उभर कर राज्य में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। डांगी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वासपात्र है। सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल करने के बाद डांगी ने युवक कांग्रेस से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। एआईसीसी सदस्य होने के साथ ही डांगी को कांग्रेस पार्टी ने 2009 में राजस्थान युवक कांग्रेस का अध्यक्ष भी बनाया। कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। मारवाड़ उनका मुख्य कार्यक्षेत्र है एवं उनके पिता दिनेशराय डांगी राजस्थान सरकार में लंबे समय तक मंत्री रहे हैं। जिस तरह से दिनेशराय डांगी को तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का विश्वास हासिल था, उसी तरह से नीरज डांगी भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। राजस्थान की युवा पीढ़ी में डांगी का जबरदस्त जनाधार है, पार्टी को उन्हें राज्यसभा में भेजने का फायदा युवा पीढ़ी के जुड़ने में मिलेगा। छात्र जीवन से ही राजनीति में मजबूत दखल रखने वाले नीरज डांगी की ईमानदारी और पार्टी के प्रति निष्ठा और वफादारी सहित बड़े नेताओं के प्रति जबरदस्त सम्मान को देखते हुए मार्च 2020 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया और आखिर 19 जून को वे राज्यसभा के लिए निर्वाचित घोषित कर दिए गए।