कोई भी भारतवासी वर्ष 1947 को भुला नहीं सकता, क्योंकि यही वह साल था जब अंग्रेजों की गुलामी से भारतवासियों को वषरे बाद आजादी मिली थी। 15 अगस्त 1947 हर भारतवासी के जेहन में बसता है। अब वही इतिहास वापस लौट रहा है। अगला साल यानि 2014 की तारीखें 1947 के समान होगी।
और होगा वही आजादी का शुक्रवार
अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने के बाद 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश झंडे के स्थान पर पहली बार लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहरा था और लोगों ने जमकर आजादी का जश्न मनाया था उस दिन शुक्रवार था और वर्ष 2014 में भी 15 अगस्त को वही शुक्रवार होगा। भले ही 1947 और 2014 के कैलेंडर का एक होना आंकड़ों का संयोग हो लेकिन लोग इसे लेकर आशान्वित हैं और यही कारण है कि आजादी के साल से 2014 को लेकर भी कयास लगा रहे हैं। लोगों का कहना है, जहां 1947 में देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी तो 2014 देश को भ्रष्टाचार से आजादी दिलाएगा और उसके संकेत भी पहले सामने आने लगे हैं, क्योंकि बहुप्रतीक्षित लोकपाल बिल पास हो गया।
– 2014 का कैलेंडर बिल्कुल 1947 के कैलेंडर की तरह है।
– 66 साल बाद आजादी का यही साल हूबहू 2014 के रूप में पुन: सामने आएगा।
– 1947 में एक जनवरी को बुधवार था तो वर्ष 2014 में भी साल की शुरूआत का दिन बुधवार ही है।
– 31 दिसंबर को दोनों ही वषरे में शुक्रवार है। यानी 1947 का साल 2014 में कैलेंडर के रूप में एक बार फिर आने वाला है।