आम आदमी पार्टी आखिरकार दिल्ली में सरकार बना रही है और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बन रहे हैं। इस आम आदमी पार्टी की पहचान हैं वो सफेद रंग की नारे लिखीं टोपियां जो अरविंद केजरीवाल से लेकर हजारों आप समर्थकों के माथे पर सजती हैं। जिस टोपी को पहनकर अरविंद और उनके समर्थकों ने लोकपाल आंदोलन से लेकर इस सियासी सफलता तक सफर तय किया है, उसके पीछे जो शख्स है उनका नाम चमनलाल है चमनलाल दिल्ली के सदर बाजार में सस्ती टोपियां बेचते हैं । दिल्ली में बड़े राजनीतिक बदलाव के प्रतीक आप पार्टी की टोपी को सबसे ज्यादा संख्या में बेचने का श्रेय उन्हीं को जाता है।
इकॉनोमिक टाइम्स के अनुसार, चमनलाल ने दिल्ली में अक्टूबर में आप पार्टी के बनने के बाद छह से सात लाख टोपियां बेची हैं। चमनलाल को उम्मीद है कि केजरीवाल के सीएम बनने के बाद और आप पार्टी के राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव लड़ने की तैयारी से टोपियों की मांग और बढ़ेंगी। चमनलाल खुद भी आप समर्थक हैं और वह टोपियां बेचने के बिजनेस पर गर्व करते हैं।
चमनलाल के अनुसार, वह महज 25 पैसे के मुनाफे पर एक टोपी तीन रुपए में बेचते हैं। चमनलाल बताते हैं कि लोकपाल आंदोलन में अन्ना हजारे के अनशन के दौरान 'अन्ना टोपी' के साथ आम आदमी पार्टी की टोपी की मांग में उछाल आया था। उन्होंने कहा, 'पहले यह टोपियां कॉटन की बनाई जाती थीं लेकिन बाद में आप की टोपियों को सस्ते फैब्रिक चाइना नेट से बनाया जाने लगा।' इसके पीछे का कारण बताते हुए चमनलाल कहते हैं कि इससे आप की टोपी की कीमत कम रखी जा सकती है।