आने वाले दो-तीन साल कोटा शहर के विकास के लिए अहम साबित होने वाले हैं। शहर का वर्तमान स्वरूप ही बदल जायेगा। विकास की नई संरचनाएं शहर की फिंजा में नया रंग भरेंगी। एक शख्स के दृष्टिकोण से रूप-रंग ऐसा हो जाएगा जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। जी हाँ ! मैं चर्चा कर रहा हूं उस शख्स शांति कुमार धारीवाल की, जो कोटा शहर चमन बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत के साथ फोकस किये हुए हैं।
धारीवाल को कोटा उत्तर विधान सभा के मतदाताओं ने विजयश्री का वरण करा कर विधानसभा में भेजा। उनके अनुभवों, किये गए भगीरथी कार्यो के साथ योग्यताओं ने उन्हें सरकार में स्वायत शासन एवं नगरीय विकास विभाग का मुखिया बनाया। मंत्री बनने पर उन्होंने बिना राजनीतिक भेदभाव के पूरे शहर के विकासऔर वार्डो को आदर्श वार्ड बनाने का अपने विजन के साथ खाका तैयार किया। इसके लिए रायसुमारी भी की। समस्त वार्डो के समुचित मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रत्येक वार्ड के लिए दस करोड़ रुपयों के कार्य कराने की योजना हैं।
अपने विजन को मूर्त रूप देने के लिए योजनाओं को धरातल पर उतना शुरू किया और इसी का परिणाम है कई सीसी रोड के निर्माण पूर्ण होने से उनका लाभ जनता को मिलना शुरू हो गया है तथा कई सड़कों का कार्य तेजी पर चल रहा हैं। चारोंओर शहर में विकास कार्यो की जैसे बाढ़ आ गई हैं। चौराहों पर फ्लाईओवर एवं अंडर पास बनाये जा रहे हैं। पुराने अधूरे कार्यो को शीघ्र पूरा करने के लिए तेजी से काम हो रहा है। करीब 500 रूपये से महत्वकांशी चम्बल रिवर फ्रंट योजना एवं 80 करोड़ से आई.एल. की भूमि पर ऑक्सिज़ोन सिटी पार्क योजना के कार्य भी प्रारम्भ हो गए हैं।
कोटा में पर्यावरण को नई दिशा और दशा देने के लिए इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटिड की 86 एकड़ भूमि पर नगर विकास न्यास द्वारा ऑक्सीजोन का विकास किया जा रहा है। नागरिकों, पर्यावरण प्रेमियों, विभिन्न संस्थाओं एवं मीडिया द्वारा काफी समय से उठाई जा रही इस मांग एवं जनभावनाओं को सम्मान देते हुए उन्होंने इसे अपने कोटा के विकास के एजेंडे में इसे प्राथमिकता से लिया। ये दोनों परियोजनाएं इतनी सुंदर और आजर्षक होंगी की देश और दुनिया के पर्यटक इन्हें देखने कोटा आएंगे। एक ऐसा पोर्टल बनाया जाएगा जिससे देश और दुनिया को इन कार्यो की घर बैठे जानकारी हो सके।
ऑक्सीज़ोन में स्थानीय वातावरण के अनुरूप अधिक ऑक्सीजन देने वाले पांच हज़ार पौधे लगाने, विभिन्न 200 प्रजाति के फूलों से बोटनिकल गार्डन का विकास, रास्ट्रीय पक्षी मोर के लिए खास कॉलोनी एवं 150 विदेशी प्रजाति की चिड़ियों का अंडर ग्राउंड बर्ड्स ज़ोन का विकास, प्रवेश द्वार की अंदर की सड़क के दोनों ओर फ्लावर वैली, सेंटर लेक के किनारे कांच से बने गलास हाऊस, डिजाइन बदलने वाला खूबसूरत काइनेटिक टावर, कृतिम नहर के मध्य नोकायन की सुविधा आदि कार्यो से इसे खूबसूरत बनाया जाएगा।
इन खूबियों के साथ-साथ आर्ट हिल पर घास और पेड़ एवं नीचे सात खंडों में म्यूजिक एवं आर्ट कॉन्सर्ट के लिए जगह रखी जायेगी। सड़क के दोनों और साईकल ट्रेक एवं सड़क के आखिर में पढ़ते हुए किशोर की स्टेच्यू, वाईफाई ज़ोन,कॉफी ज़ोन,आधुनिक विज्ञान संग्रहालय, हेल्थ ज़ोन, योग,मेडिटेशन, खुला जिम एवं खुला थियेटर आदि की सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
ऑक्सिज़ोन के विकास से आस- पास के क्षेत्र में पर्यावरण का प्रभाव नज़र आने का अनुमान लगाया गया है। इसआधुनिक ऑक्सिज़ोन के निर्माण का कार्य 40 ज़ोन में विभक्त होगा। स्थानीय लोगों को एक कार्ड के माध्य्म से तथा पर्यटकों के लिए टिकट के माध्यम से प्रवेश मिलेगा। पर्यावरण एवं पर्यटन विकास की दृष्टि से धारीवाल की कोटावासियों को यह एक बड़ी सौगात होगी।
कोटा में 150 करोड़ से देवनारायण कॉलोनी का विकास, 104 करोड़ से 4 जगह पार्किंग विकास,100 करोड़ से 3 अंडर पास निर्माण, 80 करोड से गुमानपुरा में फ्लाई ओवर निर्माण, 80 करोड़ से दो अन्य फ्लाई ओवरों का निर्माण एवं 40 करोड़ से एमबीएस में ओपीडी का निर्माण कार्य पहले वर्ष में ही मंजूर किये गए हैं। अब तक विकास के 1134 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट शुरू किए हैं।
नगर विकास न्यास संस्था द्वारा किये जा रहे है इन कार्यों से शहरवासियों को यातायात की समस्या से निजात मिलेगी और आवागमन सुचारू बनेगा, शहर का आधारभूत ढांचा सुदृड़ होगा, सौन्दर्यकरण होगा और पर्यटन के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं व विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों पर लिखते हैं)