Sunday, November 24, 2024
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पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा सामुदायिक स्वच्छता की पहल

मुंबई। पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन सामुदायिक स्वच्छता की सामाजिक संकल्पना को बढ़ावा देने और इस सम्बंध में जागरूकता लाने के लिए गांधीवादी दर्शन और विचाधारा का अनुसरण कर रहा है। महात्मा गांधीजी की 151वीं जयंती के अवसर पर पश्चिम रेलवे द्वारा ‘स्वच्छता पखवाड़े’ का आयोजन किया गया था, जिसके दौरान पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल और उनकी पूरी टीम ने श्रमदान गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त, स्वच्छता के महत्व के सम्बंध में जागरूकता पैदा करने की दृष्टि से विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन संगठन द्वारा किया गया।

गांधीधाम और भुज में हाल ही में अपने दौरा कार्यक्रम के दौरान भी श्रीमती तनुजा कंसल ने विभिन्न श्रमदान गतिविधियों में हिस्सा लिया और इन स्टेशनों पर साफ-सफाई मानकों को बनाए रखने के लिए सम्बंधित कर्मियों की प्रशंसा की। उन्होंने गांधीधाम स्टेशन पर रीसाइकिल की गई प्लास्टिक से बनाई जाने वाली बेंचों की पर्यावरण अनुकूल पहल की भी सराहना की। इस अवसर पर श्रीमती तनुजा कंसल ने स्वच्छता पखवाड़े के दौरान रेल कर्मियों के बच्चों के लिए आयोजित ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिता में विजेता घोषित बच्चों को पुरस्कृत किया। साथ ही अन्य प्रतिभागियों को प्रोत्साहित भी किया।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मुंबई में रेलवे कॉलोनियों की उचित रूप से साफ-सफाई एवं रखरखाव को बढ़ावा देने के लिए श्रीमती तनुजा कंसल ने स्वच्छ कॉलोनी – मेरा अभिमान नामक एक उत्कृष्ट पहल की और पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की सदस्य और रेलकर्मियों को प्रेरित करते हुए इस पहल में सहयोग देने के लिए कहा। पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा विनिश्चय किया गया कि 100 से अधिक फ्लैटों तथा सबसे अधिक स्वच्छता मानकों का पालन करने वाली रेलवे कॉलोनियों को दिये जाने वाले पुरस्कारों की व्यवस्था उनके संगठन के सौजन्य से की जायेगी।

इन पुरस्कारों को प्राप्त करने के लिए कुछ निश्चित मानदंड निर्धारित किये गये थे। जैसे, कॉलोनी से अनचाही घास फूस एवं कूड़े के ढेर को हटाना, कॉलोनियों में निकलने वाले कचरे के निपटान की माॅनिटरिंग करना और कूड़ेदानों की सफाई करना, कॉलोनियों की सड़कों और रास्तों की सफाई करना, कॉलोनियों के बैकयार्ड की सफाई करना, बिल्डिंग की सीढ़ियों की सफाई करना, बिल्डिंग के रूफटॉप की सफाई करना तथा घास फूस हटाना, पानी की टंकियों की सफाई करना, एंटी लार्वा कीटनाशकों द्वारा छिड़काव करना और भविष्य के लिए भी इसे प्रभावी बनाये रखना, सूखे और गीले कचरे के लिए अलग-अलग कूड़ेदान रखवाना आदि। पंद्रह रेलवे कॉलोनियों ने स्वच्छ कॉलोनी – मेरा अभिमान” अभियान और प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। उपर्युक्त मानदंडों को दो कोटियों में विभाजित किया गया था, जिनमें से 8 सभी कॉलोनियों के लिए लागू थे; जबकि 3 मानदंडों को टाईब्रेकर माना गया। इस प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण के अवसर पर श्रीमती तनुजा कंसल ने कहा कि मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि रेल परिवारों ने स्वच्छता एवं साफ सफाई का अच्छी तरह से ध्यान रखा है और सभी रहवासियों ने इस उत्कृष्ट अभियान में सक्रियता पूर्वक भाग लिया है।

श्रीमती कंसल ने अभियान के विजेताओं को सम्बोधित करते हुए महात्मा गांधी के कथन “स्वच्छता स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण है।” को उद्धृत किया। उन्होंने कहा कि गांधीजी पर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए सबसे बड़े और मुखर समर्थक थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ मानसिकता और वातावरण जीवन को अच्छा, सच्चा और ईमानदार दृष्टिकोण प्रदान करते हैैं। वास्तव में यह हर किसी की ज़िम्मेदारी है कि हम न केवल अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाने में सक्रिय भूमिका निभायें। सरकार और नगर निगम केवल एक निश्चित स्तर तक मदद कर सकते हैं, लेकिन यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने आसपास के वातावरण को साफ रखने में मदद करें। गांधी जी के शब्दों को दोहराते हुए श्रीमती कंसल ने कहा कि हमें अपने दैनिक जीवन में गांधीजी के नक्शे कदम पर चलने की ज़रूरत है। इसलिए हमें स्वच्छता को बोझ नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी के रूप में लेना चाहिये, ताकि हम अपने जीवन में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर सके।

“स्वच्छ कॉलोनी – मेरा अभिमान” नामक इस अनोखी प्रतियोगिता में पहला स्थान अंधेरी (पूर्व) की रेलवे कॉलोनी ने 15000 रु. के नकद पुरस्कार के साथ जीता, वहीं बोरीवली और वडाला की रेलवे कॉलोनियों ने क्रमशः 12,000 रु. और 10,000 रु. के नकद पुरस्कार के साथ दूसरा और तीसरा स्थान जीता। पहला और दूसरा प्रोत्साहन पुरस्कार माटुंगा रोड और बांद्रा (पश्चिम) की कॉलोनियों ने 5000 रु. प्रत्येक के नक़द पुरस्कार के साथ जीता। श्रीमती कंसल ने सभी निवासियों से आग्रह किया कि अपने आसपास सफाई रखने के अच्छे कार्य को निरंतर जारी रखें।

एक निवेदन

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