बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने सनसनीखेज बयान दिया था कि मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारियों ने दाऊद की मदद की थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
एक टीवी इंटरव्यू में सिंह ने कहा था कि तत्कालीन आईबी निदेशक और मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने 2005 में दाऊद को निशाना बनाने की योजना तैयार कर ली थी। इसमें दाऊद के विरोधी गैंग छोटा राजन के गुर्गों को शामिल करने का प्रस्ताव था।
लेकिन मुंबई पुलिस में मौजूद दाउद के दोस्त पुलिस अधिकारी राजन के सहयोगियों विकी मल्होत्रा और फरीद तनाशा को गिरफ्तार करने नई दिल्ली पहुंच गई। छोटा राजन के करीबी विकी और फरीद, दोनों दाउद को निशाना बनाने के प्लान पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में मौजूद थे।
योजना में तय किया गया था कि बेटी की शादी के लिए दुबई पहुंचने पर दाऊद को निशाना बनाया जाएगा। इस जानकारी के सामने आने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह गंभीर आरोप है और हमने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। ऐसे लोग पुलिस फोर्स में रहने लायक नहीं हैं।गृह विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने भी आरोपों की जांच कराए जाने की पुष्टि की है। अधिकारी ने कहा कि इस मामले में मुंबई पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर की मदद ली जाएगी और यदि आरोप सही साबित हुए तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।