Friday, May 3, 2024
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भोपाल में 44 साल पहले हुई थी रामचरित मानस की रिकॉर्डिंग

भोपाल. नई दिल्ली में सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुलसीदास रचित रामचरितमानस का डिजिटल वर्जन लॉन्च किया। 400 से अधिक एपिसोड के इस रिकॉर्ड को आकाशवाणी, भोपाल के स्टूडियो में 44 साल पहले रिकॉर्ड किया गया था। सात डीवीडी में संग्रहित डिजिटल रामचरितमानस को जल्द ही आम श्रोताओं के लिए लाइब्रेरी में उपलब्ध कराया जाएगा।
आकाशवाणी, भोपाल के म्यूजिक कंपोजर रमेश इंदु बासु ने इस रिकॉर्डिंग से संबंधित कई बातें बताई। वे बताते हैं, “साल 1971 में तुलसीदास के लिखे रामचरितमानस को प्रसार भारती के अधिकारी डॉ. समर बहादुर सिंह ने रिकॉर्ड करवाना शुरू किया था। आकाशवाणी भोपाल में उस वक्त मेरे पिता म्यूजिक कंपोजर विराज भूषण बासु ने भोपाल के कई कलाकारों के साथ मिलकर इसे रिकॉर्ड किया था।’
रिहर्सल के बाद होती थी रिकॉर्डिंग
रामचरितमानस में अपनी आवाज देने वाले शास्त्रीय गायक अवधेश प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं, “10 मिनट की रिकॉर्डिंग के लिए पहले कलाकार साथ रिहर्सल करते थे। साल 1971 से एक साल के लिए इसे रिकॉर्ड किया गया। आम लोगों में इसकी बढ़ती लोकप्रियता की वजह से इसे 1972 के बाद दो साल तक लगातार चली रिकॉर्डिंग में कंप्लीट किया गया था। मशहूर सारंगी वादक उस्ताद लतीफ खां ने रामचरितमानस की रिकॉर्डिंग के दौरान सितार बजाया था। वह सारंगी के अलावा भी कई म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजा लेते थेे। ‘

साभार- http://www.bhaskar.com/ से

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