कोटा। जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौर ने बताया कि इन सभी नवाचारों में कोटा शहर द्वारा भी भाग लिया जा रहा है। नर्चरिंग नेबरहुड़ चैलेंज में देश भर से भाग लेने वाले शहरों में से टॉप 25 शहरों में कोटा का चयन हुआ हैं। उन्होंने बताया कि कोटा स्मार्ट सिटी के तहत शहर मे प्रगतिरत् कार्य पूरा होने पर स्मार्ट सिटी के सभी मापदण्डों में प्रथम पंक्ति में रहेगा। कचरा प्रबंधन एवं सडकों का विकास, यातायात प्रबंधन एवं पेयजल प्रबंधन के क्षेत्र में कोटा के कार्य स्मार्ट सिटी के अनुरूप पूरा होने पर आम नागरिकों को भी सुविधाओं एवं बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे विकास कार्र्याें एवं नवाचारों में देश भर के प्रमुख 25 शहरों में कोटा शहर के स्मार्ट सिटी के कार्याें की बदौलत 11 वां स्थान प्राप्त हुआ है। वहीं प्रदेश का सम्पूर्ण देश में द्वितीय स्थान रहा है।
भारत सरकार के सचिव, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को विडियो कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से 14 राज्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमें स्वायत्त शासन विभाग के सचिव भवानी सिंह देथा जयपुर से तथा कोटा स्मार्ट सिटी से मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्ज्वल राठौड़, अधीक्षण अभियंता राजेन्द्र राठौर, वित्तीय सलाहकार डॉ. विधि शर्मा, अधिषाषी अभियंता कृष्ण मुरारी शर्मा, उप नगर नियोजक भूपेश मालव ने भाग लिया। कोटा कलक्टर ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान राज्य की रैंक द्वितीय है तथा शहरी रैंकिक में देश के टॉप 25 शहरों में से कोटा को 11 वां स्थान प्राप्त हुआ है। इसके अलावा उदयपुर 6वें, अजमेर-28वें तथा जयपुर-34 वें स्थान पर रहे। उन्होने बताया कि आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा राजस्थान की द्वितीय रैंक एवं उदयपुर व कोटा की रैंक के लिए स्मार्ट सिटी मिशन के तहत हो रहे कार्यों की सराहना की गई। कोटा में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत किए गए नवाचारों में साईकिल फॉर चैंज चैलेन्ज, स्ट्रीट फॉर प्युपिल, नर्चरिंग नेबरहुड़ चैलेंज, ट्रांसपोर्ट फॉर ऑल चैलेंज तथा ईट स्मार्ट सीटीज चैलेंज को देशभर में सराहा गया है।