Saturday, November 23, 2024
spot_img
Homeब्लॉग की दुनिया सेभाजपा और आर एस एस वाले कभी नहीं सुधरेंगे !

भाजपा और आर एस एस वाले कभी नहीं सुधरेंगे !

भाजपा और आर एस एस वाले कभी नहीं सुधरेंगे। अब देखिए न उत्तर प्रदेश का चुनाव जीतने के लिए अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान को भेज दिया है। अभी तक हिंदू , मुसलमान करते थे। अब मुसलमान , मुसलमान करने लगे हैं। मुसलमानों में ही बंटवारा करवा दिया है। कत्लेआम शुरू करवा दिया है। औरतों पर ज़ुल्म तो ज़ुल्म , मुसलमानों को मुसलमानों से ही लड़वा दिया है। यहां तक कि पाकिस्तान और हिंदुस्तान के मौलवी , मुल्ला को भी लड़वा दिया है। पाकिस्तान के मुल्ला , मौलवी अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान की हरक़तों की मजम्मत कर रहे हैं और भारत के मौलवी , मुल्ला तालिबान की खुशामदीद में संलग्न नज़र आ रहे हैं। अजब मंज़र है।

ये भाजपा , आर एस एस वाले जो न करवा दें , कम है। पंजाब में चुनाव जीतने के लिए पाकिस्तान में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति भी कल तोड़वा दी। और सिद्धू से कह दिया , खबरदार जो इस पर कुछ बोला। सो सिद्धू समेत समूची सिख संगत ख़ामोश है। सिख संगत की देखा-देखी , सभी वामपंथी और कांग्रेसी आदि-इत्यादि भी डर कर ख़ामोश हो गए। और तो और अतिवादी राकेश टिकैत के जहरीले बोल भी बंद। ऐसे , गोया शत्रुघन सिनहा ने ख़ामोश ! बोल दिया हो। अभी देखिए और क्या-क्या करते हैं यह लोग !

सब का साथ , सब का विकास , सब का विश्वास शायद कम पड़ रहा था जो अब की 15 अगस्त को लाल क़िले से इस में सब का प्रयास भी जोड़ दिया। सब का प्रयास शब्द जोड़ते ही भाजपा वालों ने अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान को इशारा किया और तालिबान ने बिना किसी देरी के 15 अगस्त से ही प्रयास शुरू कर दिया। बताइए कि कमल खिलाने के लिए भाजपा वाले अब सरहद पार भी पहुंच गए। मैं तो कहता हूं कि अगर भाजपा , आर एस एस से सब लोग डरे हुए हैं , कुछ नहीं बोल पा रहे तो चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट को इस का स्वत: संज्ञान ले लेना चाहिए। क्यों कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता , सहिष्णुता आदि शब्द बौने हो कर विश्राम मोड में आ गए हैं।

हम जाने किस मोड़ पर आ गए हैं।

साभार- http://sarokarnama.blogspot.com/ से

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार