अभिनेता आमिर खान के भाई फैसल खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में आमिर और परिवार के साथ अपने रिश्तों को लेकर खुलकर बात की है। बताया है कि कैसे उन्हें घर में बंद कर रखा गया था और जबरन दवाइयाँ दी जाती थी। नवभारत टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भले ही उन्होंने आमिर को माफ कर दिया है, लेकिन वह उस घटना को नहीं भूल सकते।
फैसल ने बताया, “उस समय मैं परिवार वालों से नहीं मिल रहा था, क्योंकि मुझे लग रहा था कि मैं मिलूँगा तो लड़ाई-झगड़े होंगे, इसलिए मैंने दूरी बना ली। मगर उन्होंने उड़ा दिया कि ये पागल हो गया है। वो लोग मुझे जबरन दवा देने लगे। आमिर ने मुझे 1 साल तक हाउस अरेस्ट रखा। बॉडीगार्ड नियुक्त कर दिया था, मेरा फोन छीन लिया, किसी से मिलने नहीं दे रहे थे, जबरन दवाइयाँ दे रहे थे। मैं 103 किलो का हो गया। फिर वो लोग मुझे थोड़ी-थोड़ी आजादी देने लगे तो मुझे लगा कि सुधर जाएँगे, लेकिन वह हुआ नहीं।”
वह आगे बताते हैं, “2004 में मैं जबरन पकड़ा गया। आमिर ने जो भी किया वह गैरकानूनी था। वो पुलिस के साथ आए और मुझसे कहा कि चलना पड़ेगा, नहीं चलोगे तो आपको इंजेक्शन देगा पड़ेगा, बेहोश करना पड़ेगा, फिर ले जाया जाएगा, तो मैंने कहा कि इतना सब कुछ करने की जरूरत नहीं है। मैं चलता हूँ। मुझे लगा कि एक नर्सिंग होम में ले जाकर टेस्ट करवाएँगे, फिर डॉक्टर मुझे घर जाने के लिए कहेगा, लेकिन उनलोगों ने तो मुझे कैद ही कर लिया। मेरे पानी में इंजेक्शन देकर दवा देने लगे। मैं 18-18 घंटे तक सोया रहता था। मेरी जान को भी खतरा था।”
फैसल ने बताया कि 1 साल के बाद आमिर ने उन्हें छोड़ दिया। जिसके बाद वो आम जिंदगी जीने लगे। वह कहते हैं, “मुझे लगा कि अब सब कुछ नॉर्मल हो गया है, मगर 2007 में एक दिन फिर आमिर ने मुझे बुलाया और कहा कि मुझे तुम्हारा हस्ताक्षर का अधिकार (Signatory Rights) चाहिए। तुम्हें कल कोर्ट में जाना है और बोलना है कि तुम पागल हो, तुम अपना कोई फैसला नहीं ले सकते, तभी तुम्हें अभिभावक मिलेगा (Guardian), फिर तुम्हारा हस्ताक्षर का अधिकार मैं ले लूँगा, तुम साइन नहीं कर पाओगे, कुछ भी नहीं कर पाओगे। मैं थोड़ा सा शॉक्ड हो गया कि अब ये क्या हो रहा है। उस समय तो मैंने हाँ बोल दिया लेकिन फिर मुझे समझ में आया कि मेरी फैमिली ही मुझे खत्म करना चाहती है तो फिर मैंने घर छोड़ा।”
फैसल खान आगे कहते हैं, “केस जीत कर साबित किया था कि मेंटल नहीं हूँ मैं। इससे पहले आमिर खान की फैमिली की बात सुन कर कोई भी सामने नहीं आना चाहता था। कोई भी मेरे पक्ष में बोलने के लिए तैयार नहीं था। कोर्ट बंद होने के समय एक शख्स मेरे पक्ष में आया। जिसके बाद कोर्ट ने मुझे हॉस्पिटल भेज दिया। फरवरी में जज ने मेरे पक्ष में फैसला सुनाया और मुझे आजाद कर दिया।”
फैसल ने कहा, “मैंने आमिर खान को माफ तो कर दिया है, लेकिन भूल नहीं पा रहा कि मेरे साथ इतना बड़ा हादसा हो गया। आमिर खान ने इतना बुरा किया है मेरे साथ कि मुझे अब डर लगता है। दूध का जला छाछ भी फूँक-फूँक कर पीता है।” बता दें कि फैजल जल्द ही एक्टर और डायरेक्टर के रूप में ‘फैक्ट्री’ नामक एक फीचर फिल्म लेकर आ रहे हैं।
गौरतलब है कि फैसल खान ने इससे पहले 2007 में भी आमिर खान और अपने परिवार पर आरोप लगाया था कि उन्हें जानबूझ कर मानसिक बीमारी की दवाएँ दी गईं और 1 साल के लिए हाउस अरेस्ट में रखा गया। इसे याद करते हुए फैसल ने कहा कि उन्हें जबरन पागल घोषित करने का प्रयास किया गया था। उन्होंने कहा कि करण जौहर ने उन्हें उनके भाई आमिर खान के 50वें जन्मदिन के मौके पर आयोजित पार्टी में ही अपमानित किया था।