हंसमुख,सरल, सहज और मानवीय संवेदना के स्वभाव वाले कोटा निवासी पंकज मेहता हरदिल अजीज व्यक्तिव के मालिक हैं। गांधीवादी विचारधारा से प्रेरित मेहता सभी की सम्भव मदद बिना किसी भेदभाव के करते हैं। जब भी किसी से मिलते हैं तो मुस्करा कर स्वागत व अभिनन्दन उनके स्वभाव में शामिल है। ऐसी शखशियत के धनी मेहता से मेरी मुलाकात वर्ष 1979 से हैं जन मै कोटा में जन सम्पर्क विभाग में सेवा आया। एक लंबे अरसे में जो देखा, ये आज तक पहले जैसे ही हैं। कोंग्रेस में विभिन्न पदों पर रहे, सांसद का चुनाव लडने का मौका मिला, पर सब की सहायता का भाव कभी तिरोहित नहीं हुआ। स्वभाव सरल बना रहा, दं भ छू तक नहीं गया हैं। हर समय सब के लिए उपलब्ध। सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों में इनकी अपनी अलग पहचान है। एक जमाने में मैंने इन्हें कोटा के कदावर मंत्री रहे स्व.रामकिशन वर्मा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सेवा करते देखा। उसी दौरान मै इनके अधिक सम्पर्क में आया। मेहमान नवाजी के रामकिशन जी के सारे गुण इनकी अमिट पूंजी बन गए।
यह प्रसन्नता और सौभाग्य का विषय है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इनमें अपना विश्वास जताया और इन्हे 9 फ़रवरी 2022 को राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड में उपाध्यक्ष नियुक्त किया। एक बार फिर से इन्हें अपनी योग्यता प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है।
इस से पूर्व ये अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी में पूर्व महासचिव पदों पर रह चुके हैं।
ये निकाय चुनावों में झालावाड़ ज़िले के प्रभारी रहे है और उन्होंने उनके प्रबंधन से नगर निकाय चुनाव में भाजपा को हरा कर कांग्रेस का नगर निगम चेयरमेन बनाकर अपनी राजनीतिक सूझबूझ और कौशल का परिचय दिया।
मेहता राजकीय महाविद्यालय कॉमर्स कॉलेज से ही छात्र राजनीति से जुड़े और मुखर वक्ता है। इन्होंने छात्र कांग्रेस ,युवक कांग्रेस ,रोडवेज डाइरेक्टर ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष ,प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ,प्रदेश महासचिव ,सदस्य राष्ट्रीय कार्य समिति , प्रभारी गांधी दर्शन समीति आदि पदों पर सफलता पूर्वक कार्य कर अपने कौशल और प्रबन्धन का परिचय दिया हैं।
इन्हें कोटा दक्षिण से पिछला सांसद चुनाव लडने का मौका मिला तो नामांकन के समय भाजपा प्रत्याशी से गले मिले और कहा यह तो मैत्री मैच हैं। कितनी बड़ी सोच की किसी तरह की राजनेतिक कड़वाहट नहीं। चुनाव हार गए तो चेहरे पर शिकन तक नहीं, बोले हार जीत तो चलती रहती है और विजयी ओम बिड़ला को दिल खोल कर बधाई दी। ये कोई उद्यमी या व्यापारी नहीं है, बहुत सामान्य वर्ग से हैं, जिसका पता उनके उस शपथ पत्र से भी चलता है जो उन्होंने सांसद चुनाव के समय दाखिल किया था, जिसमें इनके पास किसी प्रकार की चल – अचल सम्पत्ति नहीं थी।
इनके व्यक्तित्व की एक खास बात इनका एक अलग व्यक्तिव निखारती है , वह है किसी भी प्रकार की गुटबाजी से दूर रह कर सबको साथ लेकर काम करना। एक खास बात यह भी है कि केवल अपने काम में लगे रहते हैं, कोई भी पद पाने कि दौड़ में कभी नहीं रहते। इनका पक्का विश्वास हैं ईश्वर सब देखता है,सेवा करते रहो फल की आशा क्या करना। जो लिखा है वह अपने आप मिलेगा वरना मांगने से कुछ नहीं होता। इनकी सोच के अनुरूप इन्हें कई बार कोंग्रेस पार्टी की ओर से कई बार दायित्व सौंपा गया और आपने ईमानदारी व परिश्रम से अंजाम दिया।
आज भी ये कोंग्रेस के सामान्य कार्यकर्ता की तरह प्रतिदिन अपने कार्यालय में नियमित बैठते हैं, आने वालों की समस्या सुनते हैं, दूर कर राहत पहुंचाने का भरसक प्रयास करते हैं। कह ने में कोई संकोच नहीं की मेहता राजनीतिज्ञ कम समाजसेवी ज्यादा हैं। नए पद और नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं देते हुए सफलता इनके कदम चूमे ऐसी आशा करता हूं।
(लेखक राजस्थान जनसंपर्क के सेवा निवृत्त अधिकारी हैं कोटा में रहते हैं व समसामयिक विषयों पर लिखते हैं)