कोटा में एक हजार करोड़ रुपए की लागत से चंबल नदी के किनारे निर्माणाधीन विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल चंबल रिवर फ्रंट पर स्थापित होने वाली चंबल माता की 256 फीट ऊंची चंबल माता की प्रतिमा स्थापना की पादुका पूजा अर्चना कर हुई शुरुआत की गई। मुख्य अतिथि कांग्रेस नेता अमित धारीवाल ने विधिवत पूजा अर्चना कर प्रतीकात्मक चंबल माता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम का आयोजन नगर विकास न्यास द्वारा किया गया।
चंबल रिवर फ्रंट पर सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनने वाली दुनिया की सबसे ऊंची चंबल माता की प्रतिमा जयपुर में तैयार की जा रही है। प्रतिमा में वियतनाम मार्बल का उपयोग किया जा था है। इसकी लागत करीब 26 करोड़ रुपए आने का अनुमान है। करीब 1500 पीस में प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है 55 पीस कोटा में पहुंच चुके हैं जिनको अब पेडेस्टल पर स्थापित करने का कार्य शुरू किया जा रहा हैं।
प्रतिमा का वजन 1500 टन के करीब रहेगा। प्रतिमा बैराज गार्डन के पास स्थापित की जा रही है जिसका चेहरा नयापुरा की ओर होगा प्रतिमा से जल का प्रवाह भी आकर्षण का केंद्र बनेगा। प्रतिमा के ठीक नीचे 5 हाथियों की प्रतिमायें स्वागत करते नजर आयेगी। 450 एमएम करीब डेढ़ फीट चौड़े 2 पाइपों के जरिए आधुनिक पावरफूल पम्प की सहायता से प्रतिमा के शीर्ष तक पानी को पहुंचाया जाएगा। मूर्ति का निर्माण कर रहे मूर्तिकार निर्मल शर्मा ने बताया कि जयपुर में 100 से अधिक कारीगर प्रतिमा को बेहद खूबसूरत बनाने जुटे हैं वही कोटा में एक दर्जन से ज्यादा कारीगर प्रतिमा स्थापित के कार्य में लगे हैं।
इस अवसर पर अमित धारीवाल ने कहा यू डी एच मंत्री शांति धारीवाल के विशेष प्रयासों से कोटा आने वाले समय में पर्यटन नगर के रूप में पहचान बनाएगा और विश्व के पर्यटक कोटा आने लगेंगे। सचिव राजेश जोशी और ओ एस डी आर. डी.मीणा ने भी विचार रखे। इस अवसर पर वास्तुकार अनूप भरतरिया महापौर राजीव अग्रवाल,मंजू मेहरा, उपमहापौर पवन मीणा, पार्षद अनिल सुवालका सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी कार्यकर्ता, गणमान्य नागरिक एवं न्यास अधिकारी मौजूद रहे।
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