यात्रियों के जीवन की सुरक्षा के लिए पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल (RPF) के जवान हमेशा आगे रहते हैं। पश्चिम रेलवे के आरपीएफ द्वारा ऑपरेशन यात्री सुरक्षा शुरू किया गया है, जिसके तहत आरपीएफ यात्री से संबंधित अपराधों जैसे चोरी एवं लूट में शामिल अपराधियों को पकड़ता है और आरोपियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जीआरपी को सौंप दिया जाता है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार रेल सुरक्षा बल द्वारा पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर विशेष अपराध रोकथाम और जांच दस्ते (CPCS) का गठन किया है जो अपराधियों को पकड़ने के लिए जानकारी एकत्र करके समझदारी से काम करते हैं। 4 जुलाई, 2022 को अंधेरी टीम के सीपीडीएस स्टाफ, जिसमें हेड कांस्टेबल नवीन, कांस्टेबल-अंकित, दीपक एवं अनुज गुर्जर शामिल थे, ने अंधेरी स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक 6 पर एक संदिग्ध व्यक्ति को घूमते हुए देखा। सीपीडीएस के सदस्यों ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसकी गतिविधि को जांचा। यह देखा गया कि भीड़ का फायदा उठाकर उस संदिग्ध व्यक्ति ने प्लेटफॉर्म क्रमांक 6 पर स्थित मध्य पैदल ऊपरी पुल पर सीढ़ियां चढ़ रहे एक यात्री की जेब से उसके पर्स को चुरा लिया।
आरोपी ने वहाँ से भागने की कोशिश की। हालांकि, कार्रवाई करते हुए सीपीडीएस की टीम ने तुरंत भागने की कोशिश कर रहे आरोपी को पकड़ लिया और चोरी की संपत्ति के साथ आरपीएफ पोस्ट अंधेरी ले आए। पूछताछ करने पर अपराधी ने अपना नाम सुनील निवासी नायगांव (पूर्व) मुंबई बताया और चोरी की बात स्वीकार कर ली। अपराधी को जीआरपी कार्यालय ले जाया गया, जहां जीआरपी ने उसके खिलाफ धारा 379 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया। यह पाया गया कि अपराधी के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज हैं।
ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के तहत एक केंद्रित दृष्टिकोण के साथ पश्चिम रेलवे का आरपीएफ उत्कृष्ट परिणाम दे रहा है और आरपीएफ निकट भविष्य में ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के तहत अभियान को तेज करने के लिए प्रेरित है।