गन कल्चर का युवाओं पर क्या असर पढ़ता है यह पोस्ट पढ़कर आपको जानकारी मिलेगी।
पटियाला के मेरे एक पहचान के व्यक्ति का 17 साल का बेटा “विमल” बुलंदशहर गया और दो देसी असले कट्टे ले आया, ऐसा करने के पीछे उसकी प्रेरणा गन कल्चर के गीत बने जो आजकल युवाओं को प्रभावित कर रहे है।
चलो अब वो दो कट्टे ले आया घर में रख लिए, किसी और उसी उमर के लड़के ने सलाह दी के इसको बेच दे रखकर करना क्या है,
चलो अब विमल ने शुरू कर दिया ग्राहक खोजना उन देसी कट्टों को बेचने के लिए, ग्राहक खोजने के चक्कर में विमल का पुलीस ट्रेप लगवा दिया किसी मुखबर ने, और विमल को थाना अनाज मंडी ने दो कट्टों के साथ गिरफ्तार कर लिया, मुकदमा दर्ज हो गया और माइनर होने की वजह से विमल को विशेष सुधार घर (जेल) में भेज दिया,
अब विमल को कुछ फर्क पड़ा या नही यह विमल जानता है पर उसके बाप का बुरा हाल हो गया के बेटा अंदर हो गया है, वो मेरे पास आ गए और सारी कथा सुनाई के ये जो कट्टे विमल लेकर आया था उसी को मारने के लिए लेकर आया था (विमल अपने बाप को मारने के लिए) पर बाप ठहरा बाप, तड़पता फिर रहा था, मुझे कहता के कोई मदद करो भी मेरा बेटा बहुत पछता रहा है, अब वो कोई क्राइम नही करेगा।
चलो उसकी बात पर विश्वास करके मैं जेल के निर्देशक को फोन कर दिया और उसकी सिफारिश की के विमल का ध्यान रखना दो चार महीने में बाहर आ जायेगा, बच्चा है चलो गलती हो गई।
अब जेल निर्देशक ने जो मुझे विमल के बारे में बताया सुनकर आप हैरान रह जाएंगे, वो बोले सरीन जी आपकी बात सही है, पर यह विमल तो खुद मुझे धमकी देता है के मेरे पास और बहुत हथियार है बाहर निकलने के बाद सबसे पहले तेरा नंबर लगाना है, अब आप एक बात सोचे के यह लड़का जिसके दिमाग और शरीर को अभी पूरा तैयार होने में समय लगना है पर किसी को मार देना वो भी ऐसे, ऐसी सोच कहा से उत्पन हो रही है?
पंजाबी गायक सिद्ध मुससेवाला को मारने वाला लड़का मात्र 19 साल का है, गन कल्चर कैसे युवाओं के दिमाग पर असर डालता है यह उसका एक सबूत है।
अब विमल बर्बादी के रास्ते पर है, बाप तड़प रहा है वही बाप जिसको मारने के लिए बेटा कट्टे ले आया।
(विमल असली नाम नही है, माइनर होने की वजह से पोस्ट में नाम बदला गया है)